नई दिल्ली: त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद देश के कई हिस्सों महानायकों की मूर्तियां तोड़े के मामले सामने आए हैं। अब खबर है कि मंगलवार देर रात उत्तर प्रदेश के मेरठ में शरारती तत्वों ने डॉ.भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी। मामले की जानकारी होने पर स्थानीय लोगों ने हंगामा कर दिया।
पुलिस ने अंबेडकर की मूर्ति बदलने का आश्वासन देने के साथ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस प्रकार के मूर्ति कांड पर नाराजगी प्रकट की है। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोग पागल और बेशर्म होते हैं।
प्रतिमा तोड़ने की घटनाओं पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कड़ी नाराजगी जताई है। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है और इस तरह की तोड़फोड़ की घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गृह मंत्रालय ने भी इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लिया है।
गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वे सभी जरूरी कदम उठाएं और इन घटनाओं में शामिल लोगों को काननू के अनुसार दंडित किया जाए। गौरतलब है कि देश के त्रिपुरा और तमिलनाडु जैसे राज्यों से प्रतिमा तोड़े जाने की घटनाएं सामने आने से बवाल मच गया है, मगर इसका सिलसिला थमा नहीं है। पश्चिम बंगाल से भी प्रतिमा विध्वंस का ताजा मामले सामने आया है।
त्रिपुरा में बीजेपी की के जीत ने देशभर में मूर्ति तोड़ो अभियान को जन्म दे दिया। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के आदर्शों में से एक पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चेहरे पर कालिख पोत दी गई। ये ही नहीं तमिलनाडु में इससे पहले समाज सुधारक रहे पेरियार की मूर्ति गिराए गई बीजेपी कार्यालय पर पेट्रोल बम से धमाका करवाया गया।
आपको बता दें कि बीजेपी की त्रिपुरा में जीत के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा, मारपीट, आगजनी और तोड़-फोड़ शुरू हो गई थी। माकपा इस हिंसा के पीछे बीजेपी का हाथ मान रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि उसकी परंपरा में हिंसा का सहारा नहीं लिया जाता। मूर्ति तोड़ विवाद की शुरुआत दक्षिण त्रिपुरा जिले के बेलोनिया उपखंड में लेनिन की प्रतिमा बुल्डोजर से ढहाए जाने के साथ शुरू हुई थी।