शर्मनाक: अपनी ही मां का रेप देखने को मजबूर हुए इस देश के बच्चे

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इंटरनेशनल डेस्कः संयुक्त राष्ट्र (UN) ने दक्षिण में मानवाधिकारों की खराब हालत को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण सूडान में यौन हिंसा चरम पर पहुंच चुकी है। सूडान में बच्चों को अपनी मां और अन्य रिश्तेदारों का रेप होते या उन्हें मरते हुए देखने के लिए मजबूर किया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार जांचकर्ताओं द्वारा शुक्रवार को जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिण सूडान के तकरीबन 40 अधिकारी मानवता के खिलाफ हो रहे अपराधों के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।  जानकारी के मुताबिक, अभी इन अधिकारियों का नाम सामने नहीं लाया गया है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जल्द ही इनके नाम सामने लाए जा सकते हैं।

बताया जा रहा है कि इन 40 अधिकारियों में से 4 कर्नल लेवल के अधिकारी हैं और 3 स्टेट गवर्नर्स हैं।  रिपोर्ट में कई पीड़ितों ने अपनी दर्दनाक आपबीती सुनाई है। पीड़ितों ने बताया कि किस तरह से उन्हें अपनी जान बचाने के लिए परिवार के सदस्यों का बलात्कार करने के लिए मजबूर किया जाता है। इतना ही नहीं एक पीड़िता महिला ने बताया कि उसके बेटे को जिंदा रहने के लिए अपनी दादी का बलात्कार करने के लिए मजबूर किया गया था।

क्यों बढ़ी हिंसा-
दक्षिण सूडान को साल 2011 में सूडान से स्वतंत्रता मिल गई थी लेकिन दिसंबर 2013 से ही यहां गृह युद्ध शुरू हो गया। हालांकि, साल 2015 यहां शांति समझौते पर साइन हुए लेकिन फिर भी हिंसा लगातार बढ़ती ही जा रही है। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद दक्षिण सूडान की सरकार की ओर से कहा गया है कि इन अपराधों में जिसका भी नाम शामिल है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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बताते चले, थिंक टैंक फाउंडेशन जीन फाउडेशन द्वारा एक सर्वे किया है। हालांकि ये सर्वे फ्रांसकी महिलाओं पर किया गया था। जहां बेहद चौंकाने वाले आंकड़े निकलकर सामने आए। बताया गया कि देश की हर 8वी लड़की यौन हिंसा का शिकार है। 58 फीसदी महिलाओं ने कबूल किया कि वे गलत व्यवहार की शिकार हुई हैं। 43 फीसदी महिलाओं ने कहा कि उन्हें उनकी अनुमति के बगैर छुआ गया है। तकरीबन आधी महिलाओं का कहना था कि उन्हें मौखिक रूप से अपशब्द कह गए और लिंगभेदी टिप्पणियां की गईं। यही नहीं हर 5वीं महिला ने माना कि उन्हें पॉर्न सामग्री से युक्त ईमेल और मेसेज मिले हैं।

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