ट्रम्प के खिलाफ 16 महिलाओं ने लगाए हैं यौन उत्पीड़न के आरोप

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वॉशिंगटन: अमेरिका में यौन उत्पीड़न के आरोपों में कुछ सीनेटरों के इस्तीफे के बाद अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर लगे ऐसे ही आरोपों की जांच कराने की मांग उठी है। डेमोक्रेटिक पार्टी की 54 महिला सीनेटरों ने हाउस कमेटी ऑन ओवरसाइट एंड गवर्न्मेंट रिफॉर्म्स के चेयरमैन एवं रैंकिंग मेंबर को इस बारे में चिट्‌ठी लिखी है। पत्र में कहा गया है, “राष्ट्रपति ट्रम्प के खिलाफ कई महिलाओं ने आरोप लगाए हैं। हम इसकी अनदेखी नहीं कर सकते। राष्ट्रपति पर लगे आरोपों की जांच होनी चाहिए।’

डेमाेक्रेटिक सीनेटर क्रिस्टेन गिलीब्रांड ने सोमवार को ट्वीट कर ट्रम्प के इस्तीफे की मांग की है। सांसद ब्रेंडा लॉरेंस ने कहा कि सभी के साथ न्याय होना चाहिए। आरोपी कोई हो, कानून सभी के लिए समान है और इस मामले में कानून के मुताबिक जांच होनी चाहिए। ट्रम्प के खिलाफ पिछले साल राष्ट्रपति चुनावों के दौरान 16 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। इनमें से तीन महिलाओं ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके संसद की कमेटी से जांच की मांग की थी।

वाइट हाउस ने कहा- आरोपों पर जनता दे चुकी है जवाब 
राष्ट्रपतिके बचाव में वाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति ने इन आरोपों को सीधे तौर पर खारिज किया है। सैंडर्स ने कहा, “ट्रम्प के राष्ट्रपति चुने जाने से पहले की यह घटना है और इस देश के लोगों ने निर्णायक चुनाव में राष्ट्रपति ट्रम्प का समर्थन किया। हम मानते हैं कि इन आरोपों का जवाब ट्रम्प को चुनने की प्रक्रिया में दे दिया गया।’

अमेरिकी सेना में अगले साल होगी ट्रांसजेंडर्स की भर्ती 
अमेरिकामें अगले वर्ष एक जनवरी से ट्रांसजेंडर्स भी सेना में भर्ती हाे सकेंगे। अमेरिका की फेडरल कोर्ट ने सेना में ट्रांसजेंडर्स भर्ती पर ट्रम्प प्रशासन की ओर से लागू प्रतिबंध को जारी रखे जाने के अनुरोध काे खारिज कर दिया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के बयान में कहा गया है कि ट्रांसजेंडरों की भर्ती को लेकर कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने नई अंतरिक्ष नीति को दी मंजूरी 
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकियों को पहले चांद और फिर मंगल ग्रह पर भेजने की बात कही है। ट्रम्प ने मंगल पर जाने के लक्ष्य के साथ चंद्रमा के मिशन की नीव पर अाधारित147अंतरिक्ष नीति निर्देशक-1′ पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें चांद पर अमेरिकियों को भेजने को प्राथमिकता दी गई है। ट्रम्प ने कहा, 147अंतरिक्ष क्षेत्र में अमेरिका अगुवा रहा है और उसे आगे रहना होगा। हम अंतरिक्ष खोज को कई गुना आगे बढ़ाना चाहते हैं।’

ट्रम्प के अनुसार यह 1972 के बाद पहली बार अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों के लंबे समय के लिए चांद पर जाने और खोज करने का अहम कदम होगा। उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई 1969 को पहली बार अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर कदम रखा था।

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