भारत की ये 19 नौकरियां आपको बना सकती हैं मालामाल

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नौकरी के मामले में युवाओं की पहली पसंद अक्सर इंजीनियरिंग, डॉक्टरी या आईटी क्षेत्र में नौकरी करने की रहती है। इन सेक्टर में रूचि रखने वाले युवा ज्यादातर गणित और विज्ञान से जुड़े होते है। पिछले साल इनसाइडर की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि गणित और विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाने वाले लोगों को अन्य क्षेत्रों की तुलना में काफी कम तनाव का सामना करना पड़ता है।

खैर ये आप पर निर्भर करता है कि आप नौकरी करते हैं या अपने पेशे को जीतें है। यहां बात करियर सम्बधी है तो स्वाभाविक है नौकरियों की चर्चा जरूर होगी। इन दिनों मार्केट में जॉब्स की कमी है और हर किसी के मन में सवाल है कौन-सा विषय चुनें। जिसमें अच्छी कमाई हो। इसकी चिंता इस समय अभिभावकों के साथ स्टूडेंट्स को भी लगी है। अब चिंता छोडिए। यहां आपको कई ऐसी प्रोफेशन के बारें में बता रहे हैं जो भारत में सबसे ज्यादा कमाई वाली जॉब्स लिस्ट में शामिल है।

चीफ एग्जिक्युटिव्स-
चीफ एग्जिक्युटिव्स का काम ऑपरेशनल ऐक्टिविटीज की योजना बनाने से लेकर इनके लिए निर्देश जारी करने तक का होता है। इस क्षेत्र में 2024 तक करीब 58,400 नई नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। 2016 में इस नौकरी के जरिए सालाना औसत कमाई 181,210 डॉलर (करीब 1 करोड़ 16 लाख रुपये) की रही। इस नौकरी को पाने के लिए आपके पास कम से कम 5 साल का वर्क एक्स्पीरियंस होना चाहिए।

सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट:
सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट एक कंप्यूटर प्रोग्रामर या यूं कहें कि एक कंप्यूटर मैनेजर होता है जो हाइ लेवल के डिजाइन च्वाइज, सॉफ्टवेयर कोडिंग, टूल और प्लेटफॉर्म बनाता है। भारत में स्टूडेंट्स सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट के लिए जरूरी पढ़ाई इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेस से भी कर सकते हैं। सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट को औसतन 80 लाख रुपये सलाना की सैलरी मिलती है।

सर्जनः
कोई डॉक्टरी की पढ़ाई करके अगर सर्जन बनता है तो उसे इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा वेतन मिलता है जैसे कि फोर्ब्स मैगजीन की एक रिपोर्ट में कहा गया है। कुछ डॉक्टर तो नौकरी के साथ खुद का भी क्लीनिक चलाते हैं ऐसे में इनकी कमाई काफी ज्यादा हो जाती है।

फिजिशियनः
अगर आप एमबीबीएस कर रहे हैं तो आपके लिए फिजिशियन यानी सामान्य चिकित्सक की दुनिया में भर में डिमांड है। यह फिजिशियन ही होता है जो मरीज को देखकर तय करता है कि उसे किस स्पेशलिस्ट के पास जाने की जरूरत है। आजकल फिटनेस को लेकर युवाओं में अलग सा चलन आ गया है कि हर कोई अपना पर्सनल फिजिशियन रखना चाहता है। इस नौकरी की सैलरी के साथ-साथ प्रमोशन के भी कई विकल्प है।

सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट मैनेजर:
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट मैनेजर का काम मेडिक रिसर्च से लेकर फाइनांस तक रेंज के सॉफ्टवेयर डेवलपर की टीम को लीड करना है. इसके अलावा उसका काम सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग, वेब एप्लीकेशन, वेब सर्विसेज डिजाइन करना भी है। इससे जुड़े कोर्स आप भारत की कई बेहतरीन यूनिवर्सिटीज से कर सकते हैं। अगर आपको ये नौकरी मिलती है तो आपको मिलेगी औसतन 77 लाख रुपये की सैलरी।

सोल्यूशन आर्किटेक्ट:
सोल्यूशन आर्किटेक्ट कई तरह के प्रोजेक्ट्स को सॉफ्टवेयर डेवलमेंट प्रोसेस के जरिए हैंडल करता है। सॉल्यूशन आर्किटेक्ट से संबंधित कोर्स आप देश और विदेश के कई इंस्टीट्यूट्स से कर सकते हैं। सॉल्यूशन आर्किटेक्ट का कोर्स करके निकलने वाले स्टूडेंट्स की सैलरी औसतन 72 लाख रुपये सालाना होती है।

एनालिटिक्स मैनजर:
एनालिटिक्स मैनजर का काम डिजाइन इम्पीलीमेंटेशन सपोर्ट ऑफ डेटा एनालिसिस सोल्यूशन करना होता है। यह एक तरह से सांख्यिकी का ही एक भाग है जो इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर काम करता है। एनालिटिक्स मैनजर को अच्छी सैलरी वाली नौकरी मिलती है. इस नौकरी 70 लाख रुपए सलाना सैलरी मिलती है।

आईटी मैनेजर:
आईटी मैनेजर का काम ऑपरेशनल जरूरतों को पूरा करना, रिसर्च की रणनीति बनाना, टेक्नोलॉजी सोल्यूशन कॉस्ट इफेक्टिव सिस्टम बनाना है। इससे जुड़ी पढ़ाई के लिए आप इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, बेंगलुरू, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी और NITIE मुंबई से संपर्क कर सकते हैं। ये पांचवे नंबर की सबसे ज्यादा सैलरी वाली नौकरी है। इसका सैलरी पैकेज करीब 70 लाख रूपये से है।

प्रॉडक्ट मैनेजर:
प्रॉडक्ट मैनेजर का काम किसी प्रॉडक्ट के बारे में जानकारी हासिल करना, सेलेक्ट करना प्रॉडक्ट की डेवलपमेंट के लिए काम करना होता है। टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में इस पद के लिए औसतन 68 लाख रुपए सलाना दिए जाते हैं।

डेटा साइंटिस्ट:
अधिकतर कंपनियां कॉम्पिटिशन में आगे बने रहने के लिए डेटा साइंटिस्ट की मदद लेती हैं। ये साइंटिस्ट रिजल्ट्स का बड़ी बारिकी से एनालिसिस करते हैं। डेटा स्टोर करने वाली कंपनीज, जैसे- गूगल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, ईबे, लिंक्डइन, फेसबुक और ट्विटर आदि को सबसे ज्यादा जरूरत डाटा साइंटिस्ट की ही है। फोर्ब्स द्वारा सातवें नंबर की सबसे ज्यादा सैलरी वाली नौकरी बताया है। डाटा साइंटिस्‍ट को औसतन 63 लाख रुपए सलाना का पैकेज मिलता है।

सिक्योरिटी इंजीनियर:
सिक्योरिटी इंजीनियर को इंफ्रोरमेशन सिस्टम एनालिस्ट भी कहते हैं। सिक्यूरिटी मैनेजर की जिम्मेदारी किसी भी बड़ी कंपनी की तकनीकी सुरक्षा-व्यवस्‍था देखना होता है। इसका काम डेटा को सुरक्षा से लेकर कई काम करने होते हैं। इस तरह के प्रोफाइल की नौकरी पाने के लिए आप इंफ्रोरमेशन टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, इंजीनियर से जुड़ी पढ़ाई कर सकते हैं। इस नौकरी 61 लाख रुपये सलाना मिलते हैं।

क्वालिटी मैनेजर:
क्वालिटी मैनेजर का काम कंपनी की न सिर्फ प्रॉडक्ट और सर्विस क्वॉलिटी स्टेंडर्ड्स पर निगाह रखना होता है, बल्कि इसका काम हर तरह गुणवत्ता में वृद्धि करना है। टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में क्वालिटी मैनेजर की नौकरी बेहतर मानी जाती है। इस नौकरी के लिए सैलरी करीब 60 लाख रुपये सलाना होती है.

मोबाइल डेवलपर्सः
आज की तारीख में सबकी बेसिक जरूरत में शामिल हो चुका मोबाइल नौकरी के मामले में भी काफी आगे है। जो मोबाइल डेवलपर्स 4-5 साल के एक्सपीरिएंस के साथ आते हैं उन्हें 60 लाख रुपये तक की सैलरी मिलने की संभावना रहती है। अच्छी टेक्नोलॉजी वाली कंपनियां मोबाइल डेवलपर्स को 50-60 लाख रुपये तक के पैकेज ऑफर करती हैं। मोबाइल डेवलपर्स की मांग इतनी ज्यादा बढ़ रही कि एंड्रॉएड के लिए इनकी मांग 105-110 फीसदी तक बढ़ गई है।

कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर:
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर का काम कंप्यूटर के औजारों की रिसर्च, डिजाइन, टेस्ट, चिप सर्किट बोर्ड बनाना है। इसके अंतर्गत कंप्यूटर के हिस्सों की मरम्मत, कम्प्यूटर को असेंबल करना, नेटवर्क तैयार करना जैसे काम आते हैं। कम्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर का काम करने वाले लोगों को भी औसतन 60 लाख रुपये सलाना तक का पैकेज मिलता है।

मॉडलिंग और अभिनय-
यह युवाओं द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला सेक्टर है लेकिन इस सेक्टर में पहुंचने के लिए आपको अन्य सेक्टर के मुकाबले ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसमें एक नए एक्टर को टीवी सीरियल में काम करने के लिए प्रति एपिसोड के 2000 रुपये से लेकर 10000 रुपये तक दिए जाते हैं। यदि एक्टर के पास थोडा अनुभव है तो वह 10,000 रुपये से 2 लाख रुपये प्रति एपिसोड के हिसाब से सैलरी पाता है। इस क्षेत्र में केवल अभिनय ही नहीं है बल्कि टीवी विज्ञापन, मॉडलिंग आदि संभावित क्षेत्र है।

चार्टर्ड एकाउंटेंट-
इस क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति को आंकड़ों का जोड़ना घटाना, आंकड़े याद करने में दिलचस्पी होनी चाहिए। चार्टर्ड एकाउंटेंट को टैक्स मैनेजमेंट, वित्तीय लेखा और बैंकिंग और परामर्श जैसे काम करने होते हैं। चार्टर्ड एकाउंटेंट को भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) का सदस्य होना चाहिए। E&Y, डेलॉइट, पीडब्ल्यूसी और आईसीआईसीआई बैंक भारत में चार्टर्ड एकाउंटेंट को अच्छा वेतन देने वाली कम्पनियाँ है।

सेल्स मैनेजर-
सेल्स मैनेजर मुख्स तौर पर ऑर्गनाइजेशन के लिए सेल से जुड़े डेटा की समीक्षा कर सेल के लक्ष्य तय करते हैं। इसके अलावा ऑर्गनाइजेशन के सेल्स रेप्रिजेंटटिव के लिए ट्र्रेनिंग प्रोगाम्स को तय करने की जिम्मेदारी भी सेल्स मैनेजर्स की होती है। 2024 तक इस जॉब के लिए करीब 108,000 जगहें निकलने की उम्मीद है। यहां सलाना कमाई 75 लाख रूपये है।

एयरलाइंस सेक्टर-
हर सेक्टर बहुत ही उभरता हुआ क्षेत्र है। इस सेक्टर में काम करने वालों में पायलट, एयर होस्टेस, ग्राउंड स्टाफ आदि आते हैं। इस क्षेत्र में जंबो पायलटों और नियमित पायलटों (कार्गो या यात्री एयरलाइंस में) दोनों का औसत वेतन 7 लाख रुपये से लेकर 9 .5 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच का है। एयर-होस्टेस की सैलरी 4 लाख रुपये से लेकर 6 लाख रुपये प्रतिवर्ष के बीच रहती है।

तेल एवं प्राकृतिक गैस सेक्टर-
इस क्षेत्र में काम करने वालों में भूविज्ञानी, समुद्री इंजीनियर आदि शामिल हैं. इस क्षेत्र में मुख्य रूप से भारत सरकार का एकाधिकार है इसलिए इस क्षेत्र की ज्यादात्तर नौकरियां सरकारी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए ही हैं। साल 2016 में इस जॉब का औसत सालाना वेतन 128,230 डॉलर (लगभग 82 लाख रुपये) रहा। इस जॉब के लिए संभावनाओं की बात करें तो साल 2024 तक इस क्षेत्र में 13,000 नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं।

इसके अलावा भी मनोचिकित्सक, डेंटिस्ट, ऑर्थोडॉन्टिस्ट, एयर टैफिक कंट्रोलर, फार्मासिस्ट, बिजनेस एनालिटिक्स, कानून सलाहकार आदि।

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