अब स्कूल और कॉलेज में होगी AI की पढ़ाई, सरकार ने तैयार किया फ्रेमवर्क, जानें सबकुछ

नए AI फ्रेमवर्क के मुताबिक अब IT इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को AI इंजीनियर कहलाने के लिए 1200 घंटे की पढ़ाई और ट्रेनिंग पूरी करनी होगी। वहीं, नॉन IT इंजीनियर बैकग्राउंड के ITI और पॉलिटेक्निक स्टूडेंट्स को 150 घंटे की AI ट्रेनिंग पूरी करनी होगी।

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AI Education In India: केंद्र सरकार ने देश में AI को एजुकेशन सिस्टम में शामिल करने के लिए फ्रेमवर्क तैयार कर लिया है। इसके तहत स्कूलों से लेकर ITI, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों में हर स्तर पर AI की पढ़ाई होगी। इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री (MeitY) के नेशनल प्रोग्राम ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तहत देश के एजुकेशन सिस्टम में AI को शामिल करने को लेकर कमेटी बनाई थी।

इस कमेटी ने इस साल जून में स्कूल और कॉलेजों में AI पढ़ाने को लेकर नेशनल प्रोग्राम ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (NPAI) स्किलिंग नाम की रिपोर्ट सब्मिट की थी। इस रिपोर्ट में स्कूल और कॉलेजों में अलग-अलग लेवल पर बच्चों की जरूरत के हिसाब से AI का सिलेबस तय करने को लेकर गाइडलाइन दी गई है।

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AI फ्रेमवर्क में क्या-क्या तय हुआ?
नए AI फ्रेमवर्क के मुताबिक अब IT इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को AI इंजीनियर कहलाने के लिए 1200 घंटे की पढ़ाई और ट्रेनिंग पूरी करनी होगी। वहीं, नॉन IT इंजीनियर बैकग्राउंड के ITI और पॉलिटेक्निक स्टूडेंट्स को 150 घंटे की AI ट्रेनिंग पूरी करनी होगी। स्कूल स्टूडेंट्स के लिए भी अलग फ्रेमवर्क डिजाइन किया गया है। ITI स्टूडेंट्स के लिए अलग से 1 साल का ITI-AI कोर्स भी होगा। इसके अलावा सर्विस सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम कर रहे लोगों के लिए भी AI सीखने के लिए मॉड्यूल तैयार किए गए हैं।

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आपको बता दें, दरअसल, देश में AI स्किल्ड प्रोफेशनल्स की बढ़ती डिमांड को देखते हुए ये कदम उठाया गया है। NASSCOM (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनी) की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 तक देश में 10 लाख से ज्यादा AI और डेटा साइंस प्रोफेशनल्स की डिमांड होगी।


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