पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकसभा में सोमवार को पारित हुए नागरिकता बिल ( India Citizenship (Amendment) Bill 2019) का विरोध किया है। इमरान ने इसको लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। मंगलवार को ट्वीट करके इमरान ने मोदी सरकार पर आरएसएस का एजेंडा लागू करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिल भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौतों का उल्लंघन करता है।
इमरान खान ने कहा, “हम भारत की लोकसभा में पारित नागरिकता विधेयक की निंदा करते हैं। यह सभी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों और पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन है। यह एक तरह से आरएसएस के हिंदू राष्ट्र के विचार का विस्तार ही है। फासीवादी मोदी सरकार ने इस सोच को ही आगे बढ़ा रही है।”
नागरिकता बिल पर चर्चा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह बिल यातनाओं से मुक्ति का दस्तावेज है और भारतीय मुस्लिमों का इससे कोई लेना-देना नहीं है। यह बिल केवल 3 देशों से प्रताड़ित होकर भारत आए अल्पसंख्यकों के लिए है और इन देशों में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं, क्योंकि वहां का राष्ट्रीय धर्म ही इस्लाम है।
We strongly condemn Indian Lok Sabha citizenship legislation which violates all norms of int human rights law & bilateral agreements with Pak. It is part of the RSS “Hindu Rashtra” design of expansionism propagated by the fascist Modi Govt. https://t.co/XkRdBiSp3G
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 10, 2019
लोकसभा में सोमवार रात को नागरिकता संशोधन बिल पास हुआ। रात 12.04 बजे हुई वोटिंग में बिल के पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े। इस पर करीब 14 घंटे तक बहस हुई। विपक्षी दलों ने बिल को धर्म के आधार पर भेदभाव करने वाला बताया। विधेयक आज राज्यसभा में पेश होगा।