इजराइली हमले में हिजबुल्लाह का चीफ हसन नसरल्लाह (hassan nasrallah) मारा गया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, IDF ने कहा कि उन्होंने लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 27 सितंबर को बंकर बस्टर बम से हवाई हमला किया था, जहां नसरल्लाह भी मौजूद था। हमले के 20 घंटे बाद चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने की पुष्टि की है। हिजबुल्लाह ने शनिवार शाम 5 बजे कहा कि शुक्रवार रात साढ़े 9 बजे इजराइल के हवाई हमलों में नसरल्लाह की मौत हो गई। नसरल्लाह की मौत के बाद इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने देश में 3 दिन के शोक की घोषणा की है।
बताया जा रहा है कि नसरल्लाह अपनी बेटी के साथ यहीं मौजूद था। IDF ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, ‘अब दुनिया को नसरल्लाह से डरने की जरूरत नहीं है। वह आतंक नहीं फैला पाएगा।’ रॉयटर्स ने लेबनान के एक अधिकारी के हवाले से बताया था कि इजराइल के हमलों के बाद से हिजबुल्लाह चीफ से संपर्क नहीं हो पा रहा था। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि ईरान की तरफ से पुष्ठि की गई है कि चीफ हसन नसरल्लाह जिंदा और सुरक्षित हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक बेरूत पर इजराइली हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह खामेनेई ने शुक्रवार रात अपने घर पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। बैठक में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने इजराइली हमले की निंदा की और इसे वॉर क्राइम बताया।
खामेनेई के सलाहकार अली लारीजानी ने कहा कि इजराइल हद पार कर रहा है। लोगों की हत्या से समाधान नहीं निकलेगा। दूसरे लोग उनकी जगह ले लेंगे। उन्होंने कहा कि इजराइली आतंक का सामना करने के लिए लोग और मजबूती से एकजुट होंगे।
Israel just opened the gates of hell for #Hezbollah in #Lebanon and is burning the cash stolen from Iranian kids!
You’ve made millions of Iranians happy. Thanks, #Israel pic.twitter.com/TjtHtoulCZ
— ✺Yaar – يار دبستانی️ (@YaarDabestaani) September 21, 2024
इजरायल ने की हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप का खात्मा
नसरल्लाह 1992 से ईरान समर्थित संगठन हिजबुल्लाह का चीफ बना था। वह संगठन के फाउंडर मेंबर्स में से एक था। इजराइल ने 2 महीने के भीतर हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप को खत्म कर दिया है। इजराइल ने 30 जुलाई को लेबनान पर एक एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के दूसरे सबसे सीनियर लीडर फुआद शुकर को मार गिराया था। इसके ठीक अगले दिन 31 जुलाई को ईरान पर हमला कर हमास चीफ इस्माइल हानियेह को भी मार दिया था। अब हिजबुल्लाह की लीडरशिप कोई सीनियर नेता नहीं बचा है। वहीं हमास की लीडरशिप में सिर्फ याह्या सिनवार जीवित है, जो गाजा में मौजूद है।
18 साल बाद फिर छिड़ी इजराइल और हिजबुल्लाह की लड़ाई
इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 2006 के बाद सबसे भयानक लड़ाई छिड़ी है। 2006 में लेबनान पर हुए इजराइली हमले में हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। 17 सितंबर को लेबनान पर पेजर अटैक हुआ था। इसके ठीक एक दिन बाद पेजर और वॉकी-टॉकी में भी विस्फोट हुए थे। हिजबुल्लाह और लेबनान ने इजराइल को इन हमलों का जिम्मेदार माना था।
तब से इजराइल लगातार लेबनान में मिसाइल हमले कर रहा है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली मिसाइल हमलों की वजह से लेबनान में 700 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 5 लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा है। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज” नाम दिया है।
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इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने 23 सितंबर को लेबनान पर सबसे बड़ा हमला किया था। IDF ने हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थी। इनमें 10 हजार रॉकेट बर्बाद करने का दावा किया गया। इस हमले में 569 लोगों की मौत हुई।
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