इजराइल का गाजा में जमीनी हमला शुरू, कम्यूनिकेशन टूटा 23 लाख लोग दुनिया से कटे, देखें VIDEO

27 अक्टूबर देर रात हुई इजराइली बमबारी से गाजा के इलाके में कम्यूनिकेशन टूट गया जिसके बाद से यहां इंटरनेट बंद हो चुका है। करीब 23 लाख लोग दुनिया से कट चुके हैं। WHO अधिकारियों का कहना है कि एक हजार शव और एक हजार से ज्यादा लोग अब भी मलबे में दबे हैं।

0
305

Israel Hamas Gaza News: इजराइल-हमास जंग का आज 23वां दिन है। खबर है कि इजराइल डिफेंस फोर्स  गाजा में घुस चुकी है। यहां जमीनी हमले शुरू हो चुके हैं। IDF ने देर रात गाजा में जमीनी स्तर पर हमले को तेज कर दिया। हमले का एक वीडियो भी जारी किया।

IDF ने बताया- वे हमास आतंकियों की लोकेशन ट्रेस करके उनके ठिकानों को तबाह कर रहे हैं। उधर BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली सेना ने गाजा का युद्धक्षेत्र घोषित कर दिया है और लोगों से गाजा छोड़ने को कहा। वहीं भारतीय समयानुसार रात 11:00 बजे इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया- हमास के खिलाफ युद्ध सेकेंड स्टेज पर पहुंच गया है। नेतन्याहू ने आगे कहा- यह एक लंबा युद्ध होगा। हम लड़ेंगे, जीतेंगे। हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और न ही पीछे हटेंगे। नेतन्याहू ने इसे इजराइल का स्वतंत्रता का दूसरा युद्ध बताया।

कम्यूनिकेशन टूटा 23 लाख लोग दुनिया से कटे
27 अक्टूबर देर रात हुई इजराइली बमबारी से गाजा के इलाके में कम्यूनिकेशन टूट गया जिसके बाद से यहां इंटरनेट बंद हो चुका है। करीब 23 लाख लोग दुनिया से कट चुके हैं। WHO अधिकारियों का कहना है कि एक हजार शव और एक हजार से ज्यादा लोग अब भी मलबे में दबे हैं। इन्हें रेस्क्यू करने में परेशानी हो रही है। जरूरत का सामान भी नहीं पहुंच पा रहा है। वहीं, एलन मस्क ने कहा कि गाजा में उनकी स्टारलिंक सर्विस जल्द एक्टिव होगी।

वहीं, गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि 7 अक्टूबर को शुरू हुई जंग में अब तक 110 डॉक्टरों की मौत हुई है। 50 एम्बुलेंस पर भी हमले हुए हैं। 12 अस्पताल फ्यूल की कमी के कारण बंद हो गए हैं। नॉर्थ गाजा के 24 अस्पतालों को खाली करने का आदेश दिया गया है। यहां 2 हजार से ज्यादा लोग भर्ती हैं।

हमास की कैद में 229 बंधक
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों के परिजन से मुलाकात की। हमास की कैद में 229 बंधक हैं। इनके परिजन काफी समय से PM नेतन्याहू से मिलने की मांग कर रहे थे। सभी लोग बंधकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। उनका कहना था कि सेना हमास के अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बना रही है। इन्हीं सुरंगों में बंधकों को रखे जाने की खबर हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैंऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।