2 धमाके, 103 लोगों की मौत, 141 घायल, जानें कौन है सुलेमानी, जिसकी बरसी पर हुआ हमला?

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Iran Blast News: ईरान के केरमन शहर में बुधवार को दो धमाकों में 103 लोग मारे गए। 141 घायल हुए हैं। बुधवार को कासिम सुलेमानी की मौत की चौथी बरसी थी। ईरान के सरकारी मीडिया के हवाले से यह खबर दी है। यह धमाके रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (ईरान की सेना) के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी के मकबरे पर हुए। पुलिस ने कहा- यह फिदायीन हमला था। इसकी जांच की जा रही है। हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)

केरमन के लोकल मीडिया ने अल अरबिया टीवी को बताया कि बुधवार को पहला धमाका एक सूटकेस में रखे गए बम से हुआ। इसे रिमोट से ब्लास्ट किया गया। दूसरा धमाके के बारे में तस्वीर साफ नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक- जब सिक्योरिटी फोर्स मौके पर पहुंचने लगीं तो भीड़ में यह धमाका हुआ। यह फिदायीन हमला भी हो सकता है और रिमोट से किया गया दूसरा ब्लास्ट भी। दोनों धमाकों के बीच 10 सेकंड का अंतर था। पहला धमाका सुलेमानी के मकबरे से 700 मीटर दूर हुआ। दूसरा धमाका, सिक्योरिटी चेक पोस्ट के करीब हुआ।

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कौन है कासिम सुलेमानी
ईरान मेंकासिम सुलेमानी आज भी नेशनल हीरो माना जाता है। एक वक्त उनकी लोकप्रियता देश में सबसे ज्यादा बताई गई थी। हालांकि ये कभी साफ नहीं हुआ कि सुलेमानी को किस तरह के पावर्स हासिल थेईरान की सेना में एक अल-कुद्स यूनिट या डिवीजन है। वहां की सेना को रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कहा जाता है। अल-कुद्स के बारे में कहा जाता है कि कि ये ईरान के बाहर दूसरे देशों में सीक्रेट मिलिट्री ऑपरेशंस चलाती है। सुलेमानी 1998 में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की स्पेशलिस्ट एजेंट्स की टुकड़ी ‘कुद्स आर्मी’ के प्रमुख बने थे।

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अमेरिका ने मरवाया था सुलेमानी को
विदेशी मीडिया के मुताबिक,  3 जनवरी 2020 को सुलेमानी सीरिया विजिट पर गए थे। वहां से चुपचाप इराक की राजधानी बगदाद पहुंच गए। अमेरिकी और इजराइली इंटेलिजेंस एजेंसीज को इसकी जानकारी मिल गई। उनके समर्थक शिया संगठन के अफसर उन्हें विमान के पास ही लेने पहुंच गए थे। एक कार में जनरल कासिम और दूसरी में शिया सेना के प्रमुख मुहंदिस थे। जैसे ही दोनों की कार एयरपोर्ट से बाहर निकलीं, वैसे ही रात के अंधेरे में अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन ने उस पर मिसाइल दाग दी।

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कहा जाता है कि तब के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर CIA ने इस मिशन को अंजाम दिया। 2019 में जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने ईरान को न्यूक्लियर ट्रीटी तोड़ने पर तबाही की धमकी दी थी, तो जनरल कासिम ने कहा था- जंग ट्रम्प ने शुरू की है, इसे खत्म हम करेंगे। ईरान का दावा है कि इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद ने अमेरिका को सुलेमानी की विजिट की पुख्ता जानकारी दी थी और वो भी इस ऑपरेशन में बराबर की हिस्सेदार थी।

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