Breaking News: ईरान ने किया पाकिस्तान पर हमला, जानें हमले कितना हुआ नुकसान

ईरान एक शिया बहुल देश है, जबकि पाकिस्तान में करीब 95% लोग सुन्नी हैं। पाकिस्तान के सुन्नी संगठन ईरान का विरोध करते रहे हैं।

0
276

ईरान (Iran Attack Pakistan )ने मंगलवार रात पाकिस्तान में सुन्नी आतंकी संगठन ‘जैश-अल-अदल’ के ठिकाने पर मिसाइल और ड्रोन से अटैक किया। इसकी जानकारी ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ‘इरना’ ने दी। इस हमले की जानकारी वर्ल्ड मीडिया के जरिए सामने आने के बावजूद पाकिस्तान की सेना या सरकार की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया। वैसे, ईरान की सरकार ने भी इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया।

हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)

ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ‘इरना’ द्वारा भले ही हमले की जानकारी दी गई है लेकिन कुछ देर बाद यह खबर अपने पोर्टल से हटा दी। इतना ही नहीं, न्यूज एजेंसी ने बाद में यह भी नहीं बताया कि उसने यह खबर क्यों चलाई और बाद में बिना कोई सूचना दिए इसे हटा क्यों दिया।

ये भी पढ़ें: बिहार सरकार का बड़ा फैसला, 94 लाख परिवारों को देगी 2-2 लाख रुपए, जानें कैसे ?

जैश अल अदल के ज्यादातर आतंकी दूसरे पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से आए हैं। इजराइल-हमास जंग में ईरान खुलकर हमास का साथ दे रहा है और इस मामले में पाकिस्तान भी हमास का पक्ष ले रहा है। ऐसे में यह हमला कई सवाल खड़े कर रहा है। इससे भी बड़ी बात ये है कि ईरान पर लगाम कसने के लिए इजराइल और अमेरिका के साथ पूरा यूरोप साथ है।

ये भी पढ़ें: 15 मार्च से पहले मालदीव छोड़े भारतीय सेना, मोहम्मद मुइज्जू के बदले तेवर, जानिए क्या मामला?

हमले की वजह क्या?
ईरान एक शिया बहुल देश है, जबकि पाकिस्तान में करीब 95% लोग सुन्नी हैं। पाकिस्तान के सुन्नी संगठन ईरान का विरोध करते रहे हैं। इसके अलावा बलूचिस्तान का जैश अल अदल ईरान की सीमा में घुसकर कई बार वहां की सेना पर हमले करता रहा है। ईरान की सेना को रिवोल्यूशनरी गार्ड कहा जाता है। ईरान सरकार कई बार पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने की वॉर्निंग दे चुकी है।

ये भी पढ़ें: Odisha: राम मंदिर से पहले 800 करोड़ की लागत वाले जगन्नाथ मंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट का उद्घाटन, जानिए इसकी खासियत?

बता दें, इससे पहले ईरान ने सोमवार को इराक पर भी हमला किया था। तब उसने कहा था कि इराक में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हेडक्वॉर्टर है और इसे ही निशाना बनाया गया है। इराक ने इसे अपने देश पर हमला बताते हुए ईरान के एम्बेसेडर को तलब किया था। बाद में इराकी सेना के तरफ से कहा गया कि इस हमले का सही वक्त पर जवाब दिया जाएगा।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।