हमास (Hamas) का पूरा नाम हरकत अल-मुकावामा अल-इस्लामिया (Harakat al-Muqawama al-Islamiya) यानी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन है
हमास एक आंदोलन और फिलिस्तीनी इलाके के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक है. यह फिलिस्तीन में रहने वाले सुन्नी-इस्लामिक लड़ाकुओं का एक ऐसा ग्रुप है
जो इजरायल द्वारा कब्जा किए गए अपने इलाकों को हासिल करने के लिए जंग लड़ रहा है. इसे एक राष्ट्रवादी संगठन के रूप में भी देखा जाता है.
हमास की स्थापना फिलिस्तीनी मौलवी शेख अहमद यासीन ने की थी, जो अपनी शुरुआती जिंदगी काहिरा में इस्लामिक पढ़ाई-लिखाई करने के बाद मुस्लिम ब्रदरहुड की स्थानीय शाखाओं में एक एक्टिविस्ट बन गए
इजरायल ने हमास पर बार-बार हवाई हमले किए हैं, और मिस्र के साथ मिलकर अपनी सुरक्षा के लिए 2007 से गाजा पट्टी पर नाकाबंदी लगा दिया.
इजरायली सेना ने 2004 में हमास के संस्थापक यासीन की हत्या कर दी
हमास के पास नेतृत्व के लिए कई बॉडीज हैं, जो कई तरह के राजनीतिक, सैन्य और सामाजिक कार्य करते हैं
हमास की जनरल पॉलिसी एक कंसल्टेटिव बॉडी के द्वारा निर्धारित की जाती है, जिसे अक्सर Politburo कहा जाता है.
मौजूदा वक्त में ईरान, हमास के सबसे बड़े मददगारों में से एक है. ईरान, हमास को धन, हथियार और प्रशिक्षण में योगदान दे रहा है
गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक के इलाकों पर इजरायल के एक देश बनने से पहले सैकड़ों सालों ज्यादा वक्त से संघर्ष चल रहा है.
इस इलाके में रहने वाले फिलिस्तीनी इजरायली प्रतिबंधों के अधीन हैं, जो अक्सर भोजन, पानी और आपूर्ति के लिए सहायता पर निर्भर होते हैं.
जंग के तीसरे दिन अब तक 800 इजराइलियों की मौत हुई है। वहीं इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, 2000 से ज्यादा घायल हैं।
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया है। वहीं इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया है।