आज यानी 14 दिसंबर और गुरुवार की रात को आसमान में ‘जादुई बारिश’ होगी जिससे पूरा आसमान जगमग होगा।
आइए जानते हैं क्या है जेमिनिड मीटियोर शॉवर और इसका रहस्य क्या है?
आसमान में होने वाली यह घटना (जेमिनिड मीटियोर शॉवर) 3200 फेथान के कारण होती है, जोकि एक धूमकेतु है। यह 524 दिन में सूर्य का चक्कर लगाता है।
इस दौरान फेथान के उल्का पृथ्वी के वायुमंडल से टकराते हैं तो यह जल उठते हैं और आतिशबाजी जैसा नजारा उत्पन्न होता है। अंतरिक्ष की यह खगोलीय घटना 14 दिसंबर की रात चरम पर मानी जा रही है।
ध्यान रहे कि इन्हें देखने के लिए आपको प्रदूषण रहित वातावरण में रहना होगा और बिल्कुल अंधेरा होना चाहिए। अर्थात ऐसी जगह जहां पर कृत्रिम रोशनी का विघटन न हो रहा हो।
सामान्य अंधेरी रात में किसी अंधेरी जगह से प्रति घंटे 10 उल्कावृष्टि देखी जा सकती हैं। मगर अधिक संख्या में देखने के लिए वर्ष में कुछ ही रातों में यह अवसर मिलता है। इनमें से जेमिनिड शॉवर की रात सबसे आकर्षक मानी जाती है।