स्वामीनारायण मंदिर को बनने में 12 साल का समय लगा. यह मंदिर 183 एकड़ में बना.
185 एकड़ में फैले अक्षरधाम परिसर में दस हजार से ज्यादा मूर्तियां हैं।
स्वामीनारायण मंदिर के प्रवेश द्वार से नीलकंठवर्णी की एक भव्य मूर्ति देखी जा सकती है। इस प्रतिमा के पास एक ब्रह्मकुंड बनाया गया है
खास बात यह है कि इस ब्रह्मकुंड में माही, ओजत, भागीरथी, गंगा, यमुना, नर्मदा, गंडकी, गोदावरी, हुगली जैसी कई नदियों का संगम होता है।
यहां वैदिक ऋषियों, उपनिषदों, भगवान वेद व्यास, श्रीकृष्ण, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर और स्वामीनारायण की मूर्तियां हैं।
इसमें अल्बर्ट आइंस्टीन, सुकरात, मार्टिन लूथर किंग और रूमी जैसी विश्व मूर्तियां भी शामिल हैं। जगति का नाम ज्ञानपीठ है, जिसकी नींव पर यह अक्षरधाम खड़ा है।
151 भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की नक्काशी और 108 पारंपरिक भारतीय नृत्य रूप और 300 से ज्यादा पवित्र भारतीय नदियां भी शामिल हैं।