देशभर में ऐसे कई मंदिर हैं, जिसका बजरंगबली से गहरा नाता है। इन मंदिरों भगवान अलग-अलग रूप में विराजमान है।
माना जाता है कि अगर भगवान के इन अनोखे स्वरूप के दर्शन के लिए अगर कोई भक्त सच्चे मन से आता है, तो वह उसकी सभी मुरादें पूरी करते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको राजस्थान के कुछ ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे, जहां मात्र दर्शन से ही भगवान उनकी मनोकामना पूरी कर देते हैं।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से 25 किमी दूर एक जगह है रतनपुर, यहां Girijabandh Hanuman Mandir हैं, जहां हनुमान जी स्त्री रूप में पूजे जाते हैं।
राजस्थान की राजधानी जयपुर के चांदी टकसाल में स्थित मंदिर में भगवान हनुमान की प्रतिमा काले रंग की है। यहां मंगलवार और शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है।
जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8 से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हनुमान जी का यह मंदिर 70 साल पुराना बताया जाता है। यहां श्रद्धालुओं के अलावा देशी-विदेशी पर्यटक भी आते हैं
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से मात्र 30 किमी की दूरी पर एक ऐसा मंदिर है, जहां हनुमान जी की उल्टी प्रतिमा स्थापित है माना जाता है कि हनुमान जी की पाताल लोक की यात्रा सांवेर से ही शुरू हुई थी।
जयपुर दौसा बॉर्डर आगरा जयपुर हाईवे पर स्थित इस मंदिर में हनुमान की सबसे अलग प्रतिमा स्थापित है। मंदिर गोठड़ा की स्थापना 1996 में करवाई गई थी।