इसके बाद ट्रंप ने बयान जारी कर फिर कहा कि उनका फैसला अमेरिका से आतंकवादियों को दूर रखने वाला था। ट्रंप की ओर से जारी बयान में कहा गया, मैं ये कभी नहीं भूलूंगा कि मेरी जिम्मेदारी अमेरिका के लोगों को सुरक्षित और आजाद रखने की है। इसलिए मैंने पिछले हफ्ते आदेश पर हस्ताक्षर किया था ताकि आतंकवादी अमेरिका से दूर रहें।
अमेरिकन सिविल लिबर्टी यूनियन (ACLU) के निदेशक, उमर जदवात ने कहा, हम देख रहे हैं कि न्यायालय ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा लागू आदेश को असंवैधानिक करार दे दिया। उन्होंने कहा, जाहिर तौर पर और भी मुकदमे आएंगे, लेकिन यह वाकई में इस देश के लोगों के लिए और अन्य देशों के लोगों के लिए अच्छी खबर है, जिन्हें इस प्रबिंध के जरिए गलत तरीके से धार्मिक आधार पर निशाना बनाया गया है।
बैन के बाद एयरपोर्ट पर लोग ( फोटो Reuters)
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने भी तत्काल रॉबर्ट के आदेश की प्रशंसा की। इसमें सीनेट के अल्पमत के नेता चुक शूमर भी शामिल हैं। शूमर ने एक बयान में कहा, ‘यह संविधान की और हम सभी की जीत है, जो मानते हैं कि अमेरिकी विचारधारा से उलट यह आदेश हमें सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता। राष्ट्रपति ट्रंप को अदालत का यह फैसला मानना चाहिए और उन्हें अपना कार्यकारी आदेश हमेशा के लिए वापस ले लेना चाहिए।