पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की असेंबली के बाहर सोमवार (13 फरवरी) को एक विरोध रैली के दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया जिससे दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और करीब 69 लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस धमाके की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान गुट जमात-उल-अहरार ने ली है।
लाहौर धमाके की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने अपने निंदा बयान में कहा, ”लाहौर पर आपदा आई है। नागरिकों के साथ-साथ हमने अपने दो बहादुर पुलिस अधिकारी- कैप्टन मुबीन और जाहिद गोंदाल को खो दिया है।” नवाज ने कहा, ”हम हमारे बीच के आतंकियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे और तब तक लड़ेंगे जब तक हम अपने लोगों को इस कैंसर से आजाद नहीं करा लेते। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम खुद को एक मुक्त और सुरक्षित समाज नहीं बना लेते, यह एक वादा है।”
खबरों के मुताबिक 7 फरवरी को, पाकिस्तान की नेशनल काउंटरटेररिज्म अथॉरिटी ने लाहौर में आतंकी हमले की चेतावनी दी थी। NACTA ने पंजाब के गृह सचिव, डीजी पाक रेंजर्स पंजाब और प्रोविंशियल पुलिस ऑफिसर को यह नोटिफिकेशन भेजी थी। NACTA ने कहा था कि सभी महत्वपूर्ण इमारतों, स्कूलों, अस्पतालों पर कड़ी नजर रखी गई। पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि चेतावनी मिलने के बाद सभी जरूरी कदम उठाए गए थे।