Explained: क्या है चीनी ऐप DeepSeek? जिससे अमेरिका का टेकवर्ल्ड हिला, जानिए इसकी खासियत

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हमसब जानते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का लगातार विकास हो रहा है लेकिन टेकवर्ल्ड में इस वक्त एक नया AI दस्तक दे चुका है। दुनियाभर में चीन की AI स्टार्टअप डीपसीक (DeepSeek) ने तहलका मचा दिया है डीपसीक के बाजार में उतरते ही कई दिग्‍गज अमेरिकी कंपनियों के मालिकों और अधिकारियों की सांसे ऊपर-नीचे हो रही हैं

एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों के शेयर धूल चाट गए हैं। इसकी कम लागत और उच्च कार्यक्षमता ने वैश्विक AI प्रतिस्पर्धा में नए मानक स्थापित किए हैं। परफॉर्मेंस में इसने ChatGPT, Gemini और Claude AI को भी पीछे छोड़ दिया है।

एनालिस्ट ने चेतावनी दी है कि लो-कॉस्ट चीनी अल्टरनेटिव्स के उदय का असर इस्टैबलिश्ड US AI मॉडल्स पर होगा। इन्वेस्टमेंट लैंडस्केप बिगड़ सकता है और कंपनियों को अपनी AI स्ट्रैटेजी पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं DeepSeek के बारे में विस्तार से।

DeepSeek AI क्या है?
DeepSeek AI चीन की एक AI कंपनी है। DeepSeek AI को हांग्जो स्थित इसी नाम की एक रिसर्च लैब ने डेवलप किया है। इसकी स्थापना 2023 में लियांग वेनफेंग ने की थी, जो AI और क्वांटिटेटिव फाइनेंस में बैकग्राउंड वाले एक इंजीनियर हैं। यह कंपनी ओपन-सोर्स बड़े भाषा मॉडल विकसित करती है, जो OpenAI (ChatGPT के निर्माता) और Google Bard जैसे मॉडलों को टक्कर दे रहे हैं। कंपनी का मुख्य उद्देश्य AI तकनीक को सस्ती, कुशल और सभी के लिए सुलभ बनाना है।

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DeepSeek मॉडल की खासियतें
DeepSeek-V3 लॉन्च करने के बाद अब DeepSeek-R1 नाम से एक नया पावरफुल लॉन्ग लैंग्वेज मॉडल (LLM) पेश किया है। यह नया मॉडल Mixture-of-Experts आर्किटेक्चर पर आधारित है और गणित, कोडिंग और सामान्य ज्ञान जैसे कार्यों में OpenAI के मॉडल o1 को कड़ी टक्कर दे रहा है। खास बात यह है कि DeepSeek-R1, OpenAI-o1 की तुलना में 90-95% अधिक किफायती है।

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क्यों हो रही DeepSeek इतनी चर्चा 
DeepSeek को लेकर इनती चर्चा इसलिए है क्योंकि ये चीनी AI असिस्टेंट फ्री, अनलिमिटेड और ओपन सोर्स है। इसे लोग इसकी ट्रांसपेरेंसी, एफिशिएंसी और AI को सभी के लिए एक्सेसिबल बनाने के लिए पसंद कर रहे हैं। DeepSeek की सफलता ऐसे समय में आई है जब US ने चीन को एडवांस्ड सेमीकंडक्टर एक्सपोर्ट पर बैन लगाया है। इसका उद्देश्य

AI में चीन की आगे बढ़ने की क्षमता को सीमित करना है। लेकिन, डीपसीक ने ऐसे मॉडल डेवलप किए हैं, जिन्हें कम रिसोर्सेज की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी इन रेसट्रिक्शन के साथ काम करने में कामयाब रही है। लेकिन, इसने US में चिंता पैदा कर दी है, जहां टेक दिग्गज Nvidia, Metaऔर Microsoft ने AI इन्फ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश किया है। इन्हें जल्द ही DeepSeek जैसे कम लागत वाले ऑप्शन्स से बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।

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OpenAi और Meta के लिए चुनौति बना DeepSeek
अब तक, सबसे सफल AI मॉडल्स को अपने चैटबॉट्स को तैयार करने के लिए बहुत अधिक कंप्यूटिंग पावर की आवश्यकता होती थी। कंपनियां जैसे OpenAI, Meta, और अन्य अपने सिस्टम बनाने के लिए Nvidia के 16,000 चिप्स का उपयोग करती हैं। ये चिप्स जटिल कार्यों को संभालने में सक्षम और ऊर्जा-कुशल होते हैं, और इनकी कीमत लगभग $30,000 से $40,000 प्रति चिप है।

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लेकिन DeepSeek ने यह दावा किया है कि उसने अपना बेस AI मॉडल केवल 2,000 कम एडवांस्ड Nvidia चिप्स का उपयोग करके तैयार किया। इसके लिए उसे सिर्फ $6 मिलियन और दो महीने से भी कम समय लगा। इसकी तुलना में, Citigroup का अनुमान है कि Microsoft, Meta, Amazon और Alphabet ने पिछले साल लगभग $209 बिलियन डेटा सेंटर्स पर खर्च किए, जिसमें से 80% पैसा कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर गया।

DeepSeek का “reasoning” मॉडल, DeepSeek-R1, जो मुश्किल गणितीय और वैज्ञानिक समस्याओं को हल कर सकता है, OpenAI के o1 मॉडल जैसे ही जटिल काम करता है। लेकिन, यह व्यवसायों को यह सेवा 20 से 50 गुना सस्ती कीमत पर उपलब्ध कराता है।

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