लगातार फेसबुक पर आ रही तर्कहीन खबरों से निपटने के लिए एक ऐसे टूल्स को लॉन्च किया है जिसके बाद अब आप फर्जी खबरें फेसबुक पर शेयर नहीं कर पाएंगे। जी हां फेसबुक ने एक ऐसा टूल डिजाइन किया है जिससे न्यूज फीड में शेयर की जा रहीं फर्जी खबरों को रिपोर्ट करना आसान हो। इसके अलावा कंपनी चार स्वतंत्र फैक्ट चेकिंग कंपनियों के साथ भी काम कर रही है। इसके तहत वायरल खबरों की पड़ताल की जाएगी और गलत पाए जाने पर उसे हटाया जाएगा।
खास बात यह है कि अगर एक बार किसी स्टोरी को फेसबुक की तरफ से गलत (FALSE) मार्क कर दिया गया तो जैसे ही उस स्टोरी को कोई यूजर शेयर करेगा उसे वॉर्निंग दी जाएगी।
ये होगी फैक्ट चेकिंग कपंनी-
शुरुआती दौर में फेसबुक ने स्नोपस, पोलिटिफैक्ट, एबीसी न्यूज और फैक्टचेक डॉट ऑर्ग के साथ फेक न्यूज से निपटना शुरू किया है। आने वाले दिनों दूसरी कंपनियों को भी इसमें जोड़ा जाएगा। ये सभी इंटरनेशल पॉलिनटर इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क के मेंबर हैं जो एक कॉमन सिद्धांत पर काम करते हैं। फेसबुक पर इन दिनों होक्स यानी फर्जी कंटेंट वाले पोस्ट वायरल होते हैं जिन्हें कई लोग सच समझ लेते हैं। ऐसे ही कंटेंट से निपटने के लिए फेसबुक के साथ मिलकर ये संस्थान उन यूजर्स को सचेत करेंगे जो ऐसा करते हैं।
इसके लिए फेसबुक फर्जी न्यूज को पहचाने के लिए कई तरीके सिग्नल का यूज करेगी। इस सिग्नल में वैसी स्टोरीज शामिल होंगी जिन्हें लोगों ने पहले पोस्ट किए और बाद में डिलिट कर लिए और उन स्टोरी पर उसके फर्जी होने के बारे में ज्यादा कमेंट्स किए गए हैं। फेसबुक के मुताबिक वो एक डैशबोर्ड तैयार करेगी जिसमें ऐसी स्टोरीज दिखेंगी और वहां से फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स उन फेक स्टोरीज को ऐक्सेस कर सकेंगे। इसके बाद उनकी जांच शुरू होगी और वो फिर उसे गलत मार्क कर सकेंगे।