टेक डेस्क: आरोग्य सेतु ऐप में डेटा सेफ्टी की चिंताओं के बीच सरकार ने बुधवार को सफाई जारी की। आरोग्य सेतु टीम ने कहा है कि किसी यूजर की निजी जानकारियां लीक होने का खतरा नहीं है। हम लगातार सिस्टम को अपग्रेड और टेस्टिंग कर रहे हैं।
सरकार को यह सफाई इसलिए देनी पड़ी क्योंकि, आधार सिस्टम में खामियां बताने वाले फ्रांस के एथिकल हैकर (साइबर एक्सपर्ट) एलिअट एल्डर्सन ने मंगलवार को आरोग्य सेतु ऐप के लिए भी सरकार को चैलेंज किया था। सरकार ने कहा है कि हम हैकर से बात कर चुके, चिंता करने की जरूरत नहीं है।
स्टेटमेंट में कहा गया है कि, किसी भी यूजर की कोई भी व्यक्तिगत जानकारी खतरे में नहीं है। ऐप मेकर्स ने आरोग्य सेतु की प्राइवेसी पॉलिसी को भी दोहराया, जो ऐप में ही मौजूद है। ये ऐप यूजर लोकेशन को कलेक्ट करता है और इसे सर्वर में स्टोर करता है। दावे के मुताबिक इसे सिक्योर, एनक्रिप्टेड और एनोनिमस तरीके से रखा जाता है।
आरोग्य सेतु द्वारा स्टेटमेंट दिए जाने के बाद हैकर ने भी प्रतिक्रिया दी और इशारा किया है कि आज कुछ जानकारियों का खुलासा करेगा।
सरकार ने क्या कहा?
आरोग्य सेतु ऐप को लेकर एक एथिकल हैकर ने हमें अलर्ट किया था। हमने हैकर से दो मुद्दों पर चर्चा की है।
इश्यू: ऐप कुछ मौकों पर यूजर की लोकेशन फेच करता है।
जवाब: ऐप का डिजाइन ऐसा ही है। इस बारे में प्राइवेसी पॉलिसी में डिटेल बताई गई है। सभी के फायदे के लिए इसे यूज किया जा रहा है। यूजर की लोकेशन सर्वर पर एनक्रिप्टेड और सुरक्षित तरीके से स्टोर की जाती है।
इश्यू: यूजर अपना रेडियस और लैटीट्यूड-लॉन्गिट्यूड बदलकर होम स्क्रीन पर कोरोना के आंकड़े देख सकता है।
जवाब: रेडियस के पैरामीटर फिक्स हैं। 500 मीटर, एक किलोमीटर, दो किलोमीटर, पांच किलोमीटर और 10 किलोमीटर के स्टैंडर्ड पैरामीटर हैं। यूजर एक से ज्यादा लोकेशन के डेटा देखने के लिए लैटीट्यूड-लॉन्जिट्यूड बदल सकता है। सभी लोकेशन के लिए ये जानकारियां सार्वजनिक हैं। इससे किसी की निजी या संवेदनशील जानकारी की सुरक्षा पर असर नहीं पड़ता।
हैकर ने सरकार से पूछा सवाल?
हैकर ने आरोग्य सेतु टीम के जवाब पर कहा कि मैं कल फिर आपसे बात करूंगा। लेकिन, उसने ऐप के लोकेशन के रेफरेंस में दो घंटे बाद ही सरकार से पूछ लिया कि क्या आप जानते हैं ट्राएंगुलेशन क्या है?
Basically, you said “nothing to see here”
We will see.
I will come back to you tomorrow. https://t.co/QWm0XVgi3B
— Elliot Alderson (@fs0c131y) May 5, 2020
एथिकल हैकर ने क्या कहा था?
उसने ट्विटर के जरिए आरोग्य सेतु टीम से कहा था कि आपके ऐप में सिक्योरिटी का इश्यू है। 9 करोड़ लोगों की प्राइवेसी को खतरा है। क्या आप मुझसे अलग से बात कर सकते हैं? हैकर ने ये भी कहा कि राहुल गांधी सही थे। ऐसा इसलिए कहा क्योंकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले आरोग्य सेतु ऐप में डेटा की सुरक्षा का सवाल उठाया था।
My prediction was correct 😅
Thank you all for your messages, emails and sms. I’m doing my best to answer to everyone. Welcome to the new 20K people who follow since yesterday 😯
Today, I will write a detailed article on the @SetuAarogya issue. It should be ready end of today. https://t.co/gBqEgntgiP
— Elliot Alderson (@fs0c131y) May 6, 2020
Hi @SetuAarogya,
A security issue has been found in your app. The privacy of 90 million Indians is at stake. Can you contact me in private?
Regards,
PS: @RahulGandhi was right
— Elliot Alderson (@fs0c131y) May 5, 2020
क्या है आरोग्य सेतु ऐप-
ये सरकार की आधिकारिक Covid-19 कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप है, जिसे नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर द्वारा डेवलप किया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक लॉन्च के बाद से अब तक इसके 90 मिलियन यूजर्स हो गए हैं। कुछ एक्सपर्ट्स ने यूजर डेटा और लोकेशन कलेक्शन को लेकर इसकी आलोचना भी की है।
Statement from Team #AarogyaSetu on data security of the App. pic.twitter.com/JS9ow82Hom
— Aarogya Setu (@SetuAarogya) May 5, 2020
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