Tag: Panchdoot Thoughts
साल दर साल
साल दर साल यूँ ही बदलते चले गए,
उम्र बढ़ती गई , सपने मरते चले गए।
क्या कुछ बदला पिछले कुछ सालों में,
हाँ हर साल धोखो ...
लिखने को किस्से हज़ार…
लिखता रहता हूँ अनवरत,
लिखने को किस्से हज़ार...
कभी पतझड़, कभी बारिश,
तो कभी बगिया में फूलों की बहार...
कभी रूठना, कभी मनाना,
अपनों का निश्छल प्यार...
लिखने को किस्से...
“मेरा वोट मेरा अधिकार, नोटा असरदार या बेअसर”
भारत अनेकता में एकता को संजोए, अनेक विविधताओं एवं सांस्कृतिक विरासत वाला राष्ट्र है। यहाँ के प्रत्येक प्रदेश की अपनी एक विरासत है, संस्कृति...
इन कारणों की वजह से कमजोर हैं मानवता के खिलाफ अपराधों...
आज हर कहीं सुनाई दे रहा है कि मानवता के खिलाफ अपराधों में इजाफा हुआ है। मानवता तार-तार हुई जा रही है। किसी में शर्म...
मानवीयता के व्यापार के रोकने होंगे ये माध्यम, वरना वो दिन...
एक खबर थी जहां कानपुर के दो लड़कों ने खेत में एक नाबालिग से बलात्कार का प्रयास किया और वीडियो भी बनाया, इस से...
इस ‘भारत बंद’ को बंद करों….
पिछले दिनों देश में जो कुछ हुआ वह कुछ नया नहीं है परन्तु हर बार की तरह कुछ ऐसे सवाल छोड़ गया जिनका जवाब...