Tag: Panchdoot Magazine
साल दर साल
साल दर साल यूँ ही बदलते चले गए,
उम्र बढ़ती गई , सपने मरते चले गए।
क्या कुछ बदला पिछले कुछ सालों में,
हाँ हर साल धोखो ...
लिखने को किस्से हज़ार…
लिखता रहता हूँ अनवरत,
लिखने को किस्से हज़ार...
कभी पतझड़, कभी बारिश,
तो कभी बगिया में फूलों की बहार...
कभी रूठना, कभी मनाना,
अपनों का निश्छल प्यार...
लिखने को किस्से...
धैर्य की अग्निपरीक्षा से गुजरते आधुनिक दौर के रिश्ते
प्रेम , विवाह और तलाक तीनों ही अपने आप में बहुत बड़े मुद्दे हैं जिन पर अलग अलग विचारधारा वाले व्यक्तियों की अलग अलग...
मोदी जी के कई वादे और दावे प्रगति पर है….
अब जबकि लोकसभा चुनाव में कुछ ही माह रह गए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी सरकार के मंत्री, भाजपा संगठन के कार्यकर्ता आए दिन यह...
आखिर सभ्य समाज जा कहां रहा है?
महिलाओं-बच्चियों के साथ होते अपराधों में इजाफा इस कदर हो रहा है जैसे बंपर नौकरियां निकली है और सब इसे पाना चाहते हैं। मेरी...
खून का रंग देख और बता कौन हिन्दू कौन मुसलमान!
मर रही है मानवता और मर रहा है इंसान
मासूमों से ही जब हिन्दू मुसलमान कराओगे
तो फिर इंसानियत को कैसे बचाओगे
1947 में जब बंटवारा हुआ...
#BookReview समाज को खोखला करते दीमकों को मिटाने का उपचार है...
भारत देश की पहचान में "अनेकता में एकता" का बोध समाहित है, विभिन्न संस्कृतियों तथा बोलियों वाले देश में जो हमें सामाजिक तौर पर...
इन कारणों की वजह से कमजोर हैं मानवता के खिलाफ अपराधों...
आज हर कहीं सुनाई दे रहा है कि मानवता के खिलाफ अपराधों में इजाफा हुआ है। मानवता तार-तार हुई जा रही है। किसी में शर्म...
जानिए क्यों है ‘आरक्षण पॉलिसी’ मानवता के खिलाफ अपराध
भारत अपने लोगों को श्रृंखला में बांधता है। आज की तारीख में आरक्षण एक एेसा मुद्दा है जो हरेक शिक्षित युवक और युवती की जुबान...
जानिए कैसे ‘इंडिया’ ने ‘भारत’ को जकड़ा है
भारत का एक समृद्ध विरासत वाला देश है। भारत की वैश्विक राष्ट्रों के बीच एक अद्वितीय पहचान है। हम विविध परम्पराओं और बहु संस्कृतियों...