Home Tags कविताएं

Tag: कविताएं

मजहब

0
मजहब-मजहब से टकरा रहा है इस मजहब की दीवार को गिरा देते हैं। जब अपने होने का पता देते हैं आंखों ही आंखों से कयामत गिरा देते...

#BookReview समाज को खोखला करते दीमकों को मिटाने का उपचार है...

0
भारत देश की पहचान में "अनेकता में एकता" का बोध समाहित है, विभिन्न संस्कृतियों तथा बोलियों वाले देश में जो हमें सामाजिक तौर पर...