आज लॉन्च होगा दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप, जानें किसने बनाया और किस काम आएगा?

इससे पहले 20 अप्रैल को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। हालांकि स्टारशिप में उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही गल्फ ऑफ मेक्सिको के करीब 30 किलोमीटर ऊपर विस्फोट हो गया था।

0
419

Spacex Starship News: स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क दुनिया के सबसे ताकतवर स्टारशिप व्हीकल का दूसरा टेस्ट भारतीय समय के अनुसार आज यानी 17 नवंबर को शाम 06.30 बजे करेंगे। इसमें स्टारशिप को स्पेस में ले जाया जाएगा, फिर पृथ्वी पर वापस लाकर पानी में लैंड कराया जाएगा।

स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट और सुपर हैवी रॉकेट को कलेक्टिवली ‘स्टारशिप’ कहा जाता है। ये एक रीयूजेबल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम है। इसके जरिए इंसान मंगल ग्रह पर जाएंगे।  स्पेसएक्स ने बताया कि ये मिशन 1:30 घंटे का होगा। लाइव स्ट्रीमिंग 30 मिनट पहले शुरू होगी। दावा किया जा रहा है कि ये दुनिया का सबसे ऊंचा और ताकतवर रॉकेट है। एलन मस्क ने भी स्टारशिप लॉन्च से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है।

स्टारशिप का क्या है मिशन?
ये लॉन्चिंग इसलिए अहम है, क्योंकि ये स्पेसशिप ही इंसानों को इंटरप्लेनेटरी बनाएगा। यानी इसकी मदद से पहली बार कोई इंसान पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर कदम रखेगा। मस्क 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाकर वहां कॉलोनी बसाना चाहते हैं। स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से कम समय में पहुंचाने में भी सक्षम होगा।

ये भी पढ़ें: चद्रंयान-3 का हिस्सा नियंत्रण से बाहर, प्रशांत महासागर में गिर सकता है, ISRO ने दी चौंकाने वाली खबर

दुनिया का सबसे पावरफुल व्हीकल
स्टारशिप अब तक का डेवलप दुनिया का सबसे पावरफुल लॉन्च व्हीकल है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है और 150 मीट्रिक टन भार ले जाने में सक्षम है। स्टारशिप सिस्टम 100 लोगों को एक साथ मंगल ग्रह पर ले जाएगा।

स्टारशिप सिस्टम

  • हाइट: 397 फीट
  • डायामीटर: 9 मीटर
  • पेलोड कैपेसिटी: 100-150 मीट्रिक टन

ये भी पढ़ें: देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने निकाली 8 हजार से अधिक जूनियर एसोसिएट पदों पर भर्ती..पढ़े पूरी खबर

स्टारशिप स्पेस टूरिज्म के लिए खास
स्टारशिप का सबसे बड़ा टारगेट इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाना है। इसके अलावा इंसानों को चंद्रमा पर पहुंचाने के नासा के मिशन में भी स्टारशिप लैंडर का काम करेगा। मस्क का प्लान स्टारशिप का इस्तेमाल स्पेस टूरिज्म के लिए करना भी है। मस्क ने एक जापानी अरबपति युसाकु मेजवा से चंद्रमा के चारों ओर घुमाने का वादा किया है।

बता दें, इससे पहले 20 अप्रैल को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। हालांकि स्टारशिप में उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही गल्फ ऑफ मेक्सिको के करीब 30 किलोमीटर ऊपर विस्फोट हो गया था। स्टारशिप के फेल होने के बाद भी स्पेसएक्स हेडक्वार्टर में एलन मस्क और एम्प्लॉइज खुशी मना रहे थे।

ये भी पढ़ें: क्या है Vote from Home? जानिए घर बैठे कैसे उठा सकते हैं इस सुविधा का लाभ

ऐसा इसलिए क्योंकि रॉकेट का लॉन्चपैड से उड़ना ही बड़ी सफलता थी। स्टेनलेस स्टील से बने स्टारशिप को दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने बनाया है। ये दुनिया का सबसे ऊंचा और ताकतवर रॉकेट है। एलन मस्क ने भी स्टारशिप लॉन्च से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है।

 

 


हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)


ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैंऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।