इंसानियत के नाम पर कलंक है ये Viral तस्वीर लेकिन इसका आधा सच ही जानते हैं आप?

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सोशल मीडिया से: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एक बच्चे के शव की तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर की तुलना सीरिया में समुद्र तट पर बहकर आये एक मासूम शरणार्थी के शव से कर रहे हैं। वहीं इस के बारें अलग-अलग दावें किए जा रहे हैं। किसी का कहना है कि यह चमकी बुखार के कारण मारा गया और किसी का दावा है कि बच्चे की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हुई है।

सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों पर इतनी जल्दी यकीन करना ठीक नहीं लेकिन कुछ घटनाएं भावनाओं से जुड़ी होती है कि आप ना चाहाकर उनपर यकीन कर बैठते हैं। यकीन तब भी बढ़ जाता है जब सोशल मीडिया पर किसी ऑफिशियल अकाउंट से घटना का जिक्र किया जाता है। जो इस घटना में हुआ।

दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस तस्वीर को ट्वीट किया। ट्वीट करते हुए लिखा,‘निशब्द:! और बिहार का पूरा मंत्रिमंडल कल रात राक्षसी प्रवृति के साथ सुशील मोदी की अगुवाई में मल्टीप्लेक्स में फ़्री डिनर के साथ फिल्म देख रहा था। ऊपर से मंत्री कह रहे थे,”बाढ़ आयी तो क्या खाना-पीना, मूवी देखना छोड़ दे। बेशर्म कहीं के!

अब जब मामला तूल पकड़ने लगा है तब इस तस्वीर को लेकर नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला कि यह तस्वीर बिहार के मुजफ्फपुर जिले के मीनापुर प्रखंड के रानीखेड़ा पंचायत के शीतलपट्टी गांव की है। बच्चे की मौत बागमती नदी में डूबने से हुई है लेकिन प्रशासन ने बाढ़ में डूबने से मौत के दावे को खारिज कर दिया है।

मुजफ्फपुर के डीएम आलोक रंजन घोष ने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों और हादसे में बची महिला की सात साल की बच्ची ने जो बताया उसके अनुसार बच्चे की मौत के पीछे बाढ़ नहीं है बल्कि यह एक आपराधिक मामला है। यह घटना 16 जुलाई 2019 को घटित हुई।

जहां शत्रुघ्न राम की पत्नी रीना देवी फोन पर पति से बात करते समय किसी मुद्दे पर अनबन हो जाने पर अपने चार बच्चों को पानी में धक्का देकर खुद भी कूद गई। महिला का पति शत्रुघ्न राम पंजाब में नौकरी करता है। चार बच्चों में एक की उम्र तीन माह, दूसरे की पांच साल और तीसरे की बारह साल थी, जबकि चौथी सात साल की बच्ची थी।

चार बच्चों में से सात साल की बच्ची और महिला को डूबने से बचा लिया गया जबकि बाकी तीन बच्चों की मौत हो गई। डीएम ने बताया कि यह घटना बागमती नदी की जरूर है लेकिन यह पूरी तरह से मानव निर्मित और आपराधिक षड़यंत्र के तहत हत्या का प्रयास है। इस मामले में पुलिस ने रीना देवी के खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज की है। जबकि रीना के पति शत्रुघ्न राम ने कहा कि रीना चमकी बुखार से पीड़ित थी जिससे उसकी दिमागी हालत सही नहीं थी। अब ये साफ हो चुका है कि सोशल मीडिया पर तस्वीर को लेकर किए जाने वाले सभी दावें झूठे हैं। वायरल तस्वीर का बिहार की बाढ़ से कोई संबंध नहीं है।

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