सोशल नेटवर्किंग – अगर आप चाहते है कि लोग आपकी पोस्ट पर यकीं करे तो उठाये ये 9 कदम

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आजकल हर किसी के वाट्सएप अकाउंट के हाल बहुत बुरे है क्योंकि आपकी पलक झपकी नहीं कि ढेर सारे मेसेज आपके इनबॉक्स में नजर आ जाते है और उन में से ज्यादातर मेसेज निम्न लिखित होते हैं जो किसी की पिक्चर के साथ आते है –

> सर्टीफिकेट्स रास्ते पर पडा मिला है, / गुम गया है | इस ********** मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क करें!  इस मैसेज को सभी ग्रूप मे भेजें | किसी की जिन्दगी का सवाल है …..

> अभी से 1 घंटा पहले यह एक्सीडेंट हुआ है | मृतकों के परिवार जनों का पता नहीं चल पा रहा है | इस मैसेज को सभी ग्रूप मे भेजें…
> अभी अभी यह बच्चा रेल्वे स्टेशन मे मिला है। सभी ग्रूप मे सेन्ड कर दीजिए…
> इस लड़की / बच्चे को गम्भीर बीमारी है | इलाज बहुत खर्चिला है |इसे फॉरवर्ड करेंगे तो वाट्सएप कंम्पनी इन्हें पैसे देगी…
> इस मैसेज फॉरवर्ड करोगे तो आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होगी और डिलीट करोगे तो अनिष्ट होगा…

ये वो मेसेज है जो हम या हम में से ज्यादातर लोग अक्सर जैसे आया हमारे पास हम वैसे ही आगे फॉरवर्ड कर देते हैं ।

सोचने वाली बात

* सर्टिफिकेट्स मे नाम पता तो होगा ही ??
* क्या दिया गया मोबाइल नम्बर सही है??
* अभी से 2 घंटे पहले…  *अभी* का कोई समय या दिनांक तो होगा ही??
* वाट्सएप कंपनी इलाज के पैसे किसी को भी,  क्यों और कैसे देगी….
* ये मैसेज कब का है और कितने माह – साल से घुम रहा है या इसका महत्व अभी है या नहीं किसी को नहीं मालूम । होता ये है कि ऐसे फॉल्स मैसेजेस घुमते रहते हैं कई महिनो और साल तक फिर जिसने पहली बार भेजा था उसके पास पुन: आ जाते हैं । अब इन मैसेजेस से परेशान लोग ऐसे मैसेजेस को डिलिट कर देते हैं । और ऐसे मैसेजेस को भी जो वास्तव मे सच्चे होते हैं । तब सच्चे मैसेजेस को नुकसान पहुंचता है । और सही मैसेज पर लोग विश्वास नहीं करते हैं… और जिन्हें वास्तव मे मदद की जरुरत होती है उन्हें मदद नहीं मिल पाती..
* क्या हमारे देवी-देवता इतने असहाय है कि उनके मैसेज फॉरवर्ड करने से मनोकाएँ पूर्ण करते है और डिलीट करने से अनिष्ट करते है कैसी मन्द मति है ऐसे मैसेज फॉर्वर्ड करने वालो की ।
सच में अगर हम हमारे पास आये मेसेज को लेकर थोडा सा चिन्तन कर ले तो आधा कचरा तो साफ़ हो जायेगा ।

क्या करना चाहिए ?
1. आप इस मैसेज की सच्चाई का पता करें…
2. जहां से आपको यह मैसेज मिला उनसे कहें कि *घटना की तिथि व समय* का उल्लेख अवश्य करें…
3. यदि मोबाइल नम्बर दिया हो तो स्वयं कॉल कर के सच्चाई जानने की कोशिश करें…
4.दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति से प्राप्त परिचय पत्र / मतदाता परिचय पत्र से उनके निवास का पता कर सकते हैं… ऐसा क्यों नहीं किया?? पूछें |
5. आजकल सभी के पास मोबाइल जरूर होता है…  दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के मोबाइल के कॉल लॉग से उनके निकट परिचितों से सम्पर्क किया जा सकता है…ऐसा क्यों नहीं किया?? ये सबसे आसान तरिका अपनाया कि नहीं.. पूछें |
6. गुमे हुए सर्टिफिकेट्स मे नाम पता होता है…  सीधे सम्पर्क करें…
7. गुमशुदा मिले बच्चे का च्वाईस सेन्टर मे ले जाकर उंगलियों को स्केन कर बच्चे का डिटेल निकाल सकते हैं…  सबका आधार कार्ड बन गया है।
8. आपके पास सच्चाई पता करने का समय नहीं है तो दूसरों का भी समय बरबाद न करें ।
9. केवल उन्हीं मैसेजेस को फॉरवर्ड करें जिसके प्रति आप स्वयं आश्वस्त हैं और सच्चाई को स्वयं जानते हैं ।

अगर आप चाहते हैं कि वाट्सएप और इस के जैसी सोशल नेटवर्किंग जैसी साईट और एप्प का सदुपयोग करना तो इस बारे में खुद भी जागरूक हो और दूसरों को भी समझाये कि सिर्फ उन्ही मैसेजेस को फॉरवर्ड करे जो सत्यता की कसौटी पर खरे उतरे, जिससे लोगो का विश्वास आप पर और आपकी पोस्ट पर बना रहे ।