फिल्मनिर्माता रामगोपाल वर्मा अपनी फिल्मों की वजह से इतनी सुर्खियां नहीं बटोरते जितनी कि एक ट्वीट से। जैसा कि आपको पता है रामगोपाल पहले भी कई बॉलीवुड अभिनेत्रियों को अपने ट्वीट के जरिए निशाने पर ले चुके है। लेकिन इस बार उन्होंने आंध्रप्रदेश के बारे में ट्वीट करते हुए सरस्वती की फोटो शेयर की है। जिसपर बवाल हो गया।
दरअसल हाल में आंध्र प्रदेश के नक्शे वाली एक फोटो को सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है। उसी के विरोध में अब राम ने विरोध जताया उन्होंने सरस्वती की दो बार तस्वीर अलग-अलग कैप्शन के साथ पोस्ट की। एक में उन्होंने लिखा, मैं बहुत खुश हूं कि महान देवी आंध्र प्रदेश पर कृपा बरसाएं’, दूसरे में उन्होंने लिखा, ‘मैंने सरस्वती को पहले कभी इतना खुश नहीं देखा, तब भी नहीं जब उनके हाथ में वीणा रहता था।’
इस तरह की पोस्ट पर राम का यूजर्स काफी विरोध कर रहे हैं। एक ने कहा कि रामगोपाल को सरस्वती के बारे में ऐसी फोटो पोस्ट करते हुए शर्म आनी चाहिए क्योंकि उनकी वजह से ही उनका घर चलता है। दूसरे ने लिखा, फिर बकवास सुधर ओजाओगे तो कुछ चला जायेगा क्या । कर लोगे अगर दूसरो की भावनाओ का सम्मान तो घिस तो न जाओगे।
इससे पहले रामगोपाल वर्मा जल्लीकट्टू पर कई बार ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- जलीकट्टू मनाने वाले हर शख्स के पीछे कम से कम 10 सांड छोड़ देने चाहिए ताकि उनको पता चले कि जब हजारों लोग उसे दौड़ाते हैं तो सांड को कैसा लगता होगा।
I luv it that AP is standing up like a gun nd pointing straight to its objective nd it has ammunition of various kinds purposes to shoot pic.twitter.com/3ioMesJvz1
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) January 31, 2017
Never saw her so happy with even Veena in hand than how she seems to feel with AP gun in her hand ..May both the Godess and Gun bless AP pic.twitter.com/X8sNHlhh3D
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) January 31, 2017
अरे बॉलीवुड के चदारमोद भांड रामू, कसम से तुम्हारा अब्बू कोई बाबर की औलाद ही रहा होगा जो सरस्वती पूजा के दिन माँ सरस्वती का मज़ाक बना रहे😡 pic.twitter.com/3C4HEgeO3K
— सिद्धान्त शर्मा (@iSiddhantSharma) January 31, 2017
इतना ही नहीं, रामगोपाल वर्मा ने जलीकट्टू के आयोजन के पक्ष में वकालत करने वाले फिल्ममेकर्स पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया था कि सेलेब्रिटीज ने महज वोट और टिकट पाने के लिए इस खेल के पक्ष में आवाज उठाई और कमल हासन ने जलीकट्टू के पक्ष में प्रदर्शन करने वाले छात्रों को अहिंसक रूप से इसके आयोजन के लिए प्रोत्साहित किया।