इलेक्टोरल बाॅन्ड: इस कंपनी को मिला एशिया के सबसे बड़े टनल का प्रोजेक्ट, जानें किस पार्टी के खाते में गया चंदा

कुल 1263 खरीददार थे। इन्होंने 12,155 करोड़ के बॉन्ड खरीदे। इनमें 771 कंपनियों ने 11,484 करोड़ के बॉन्ड खरीदे। इसमें आधी रकम शीर्ष 22 कंपनियों से आई हैं।

0
452

Electoral Bonds: इलेक्टोरल बाॅन्ड की जानकारी सार्वजनिक होते ही चुनावी चंदा की पोल खोल गई है। सरकार और कपंनियों की आपसी भाईचारे ने चौंका दिया है। सबसे ज्यादा चंदा देने वाली कंपनियों में दूसरे नंबर पर रही मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड है। जिसने अक्टूबर 2020 में 20 करोड़ रुपए का चुनावी चंदा दिया था। एजेंसी के मुताबिक, इसी साल अक्टूबर-नवंबर में कंपनी को 4 हजार 500 करोड़ की लागत वाली एशिया की सबसे लंबी जोजिला पास टनल (जम्मू- कश्मीर से लद्दाख तक ऑल सीजन रोड के बीच) का ठेका मिला।

फिर मार्च 23 में इस कंपनी को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाने के लिए 3,681 करोड़ रु. का प्रोजेक्ट मिला। अप्रैल 2023 में कंपनी ने 140 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बाॅन्ड खरीदे। नवंबर 2019 में ही कंपनी को आंध्र में 4,358 करोड़ रुपए के पोलावरम प्रोजेक्ट का ठेका मिला।

इसके ठीक पहले अक्टूबर 2019 में कंपनी ने 5 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे। चुनाव आयोग द्वारा जारी चुनावी चंदे की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में कंपनी ने कुल 130 करोड़ के बॉन्ड खरीदे, जिसमें 125 करोड़ रुपए भाजपा और 5 करोड़ रुपए कांग्रेस को दिए थे।

ये भी पढ़ें: क्या है इलेक्टोरल बॉन्ड जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने लगा दी रोक, जानें अब चुनावों में कितना होगा नुकसान

कंपनियों ने मुनाफे से ज्यादा चंदा दिया
SBI के डेटा के मुताबिक, कई कंपनियां हैं, जिन्होंने मुनाफे से कहीं ज्यादा चंदा दिया। सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ रुपए चुनावी चंदा देने वाली फ्यूचर गेमिंग का शुद्ध मुनाफा 2020 से 2024 के बीच महज 215 करोड़ रुपए था। क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2023 में अपनी कमाई 22 करोड़ रुपए के मुकाबले 410 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे। ADR के संस्थापक सदस्यों में शामिल जगदीप छोकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी जांच हो। वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने दावा किया कि 1,751 करोड़ का चुनावी चंदा उन कंपनियों ने दिया, जिनको भाजपा की सरकारों ने करीब 62 हजार करोड़ रु. के ठेके दिए थे।

ये भी पढ़ें: रुस में बड़ा आतंकी हमला, अबतक 60 की मौत 140 से ज्यादा घायल, जानें कौन है ISIS-K संगठन?

किस पार्टी को किस कंपनी ने दिया कितना चंदा

भारतीय जनता पार्टी

  • मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड वो कंपनी है, जिसने बीजेपी को सबसे ज़्यादा चंदा दिया इस कंपनी ने पार्टी को 584 करोड़ रूपए इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये दिए
  • क़्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड ने बीजेपी को 375 करोड़ रुपए का चंदा इलेक्टोरल बॉन्ड के ज़रिए दिया
  • वेदांता लिमिटेड ने बीजेपी को 230.15 करोड़ रुपए का चंदा दिया

तृणमूल कांग्रेस

  • फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज़ ने तृणमूल कांग्रेस को 542 करोड़ रुपए का चंदा दिया
  • हल्दिया एनर्जी ने इस पार्टी को 281 करोड़ रुपए दिए
  • धारीवाल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने तृणमूल कांग्रेस को 90 करोड़ रुपए का चंदा दिया
  • कांग्रेस को सबसे ज़्यादा चंदा वेदांता लिमिटेड से मिला. इस कंपनी ने कांग्रेस को 125 करोड़ रुपए का चंदा दिया
  • वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन ने कांग्रेस को 110 करोड़ रुपए दिए
  • एमकेजे इंटरप्राइजेज ने कांग्रेस को 91.6 करोड़ रुपए दिए

ये भी पढ़ें: EC की वेबसाइट पर इलेक्टोरल बॉन्ड का नया डेटा जारी, सबसे ज्यादा 6,986 करोड़ के बॉन्ड कैश

भारत राष्ट्र समिति

  • तेलंगाना की इस पार्टी को मेघा इंजीनियरिंग ने 195 करोड़ रुपए दिए
  • यशोदा हॉस्पिटल ने इस पार्टी को 94 करोड़ रुपए दिए
  • चेन्नई ग्रीन वुड्स ने इस पार्टी को 50 करोड़ रुपए दिए
इन सेक्टर्स में मिले ज्यादा प्रोजेक्ट

SBI के डेटा के मुताबिक, कुल 1263 खरीददार थे। इन्होंने 12,155 करोड़ के बॉन्ड खरीदे। इनमें 771 कंपनियों ने 11,484 करोड़ के बॉन्ड खरीदे। इसमें आधी रकम शीर्ष 22 कंपनियों से आई हैं। इनके कारोबार ट्रेडिंग, खनन, धातु, रियल एस्टेट, निर्माण, ऊर्जा और दूरसंचार से लेकर फार्मास्युटिकल्स तक फैले हैं। ट्रेडिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनियों ने सबसे ज्यादा 2955 करोड़ रुपए सियासी दलों को दिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 963 करोड़ रुपए भाजपा को मिले हैं। मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड देश की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक बनकर उभरी है। ये कंपनी मुख्य तौर पर सरकारी प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। इस वक्त कंपनी लगभग 15 राज्यों में अपना कारोबार कर रही है।

व्हाट्सऐप पर हमें फॉलो करें, लिंक नीचे
हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।