All Eyes on Rafah की स्टोरी क्यों लगा रहे हैं सोशल मीडिया यूजर्स? जानें आसान भाषा में सबकुछ

सोशल मीडिया पर 'All Eyes On Rafah' ट्रेंड करने लगा। इसके जरिए आम लोगों से लेकर चर्चित हस्तियां तक गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों के समर्थन में उतरकर आए हैं।

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दुनियाभर के इंस्टाग्राम, एक्स, फेसबुक और दूसरी सोशल मीडिया साइट पर लोग ‘All Eyes on Rafah’ लिखी हुई स्टोरी लगा रहे हैं आखिर क्या है ये ‘All Eyes on Rafah’ (ऑल आइज़ ऑन रफ़ाह)  बॉलीवुड, हॉलीवुड और खेल जगत से लेकर कई बड़ी हस्तियों ने इस स्टोरी को शेयर किया है।

‘All Eyes on Rafah’ नाम से चल रहा ये हैशटैग एक कैंपेन है। यह कैंपेन युद्ध को लेकर अवेयरनेस फैलाने के लिए एक्टिविस्ट्स और मानव संगठनों द्वारा चलाया जाता है। जिसे अब आम लोगों का समर्थन मिलना शुरु हो गया है। जिसके कारण लोग अब जानना चाहते हैं कि आखिर ये क्या है? कहां और क्यों चलाया जा रहा है।

All Eyes on Rafah का मतलब क्या है?
इस स्लोगन का मतलब दुनियाभर के लोगों से ये अपील करना है कि वे फिलिस्तीन में हो रही घटनाओं से मुंह न मोड़े। भयंकर लड़ाई से डरकर भागे करीब 14 लाख गाजावासी फिलहाल राफा में शरण लिए हुए हैं और इस बड़ी आबादी के बावजूद इजराइल वहां हमले कर रहा है। इस स्लोगन का इस्तेमाल पिछले कई दिनों से फिलिस्तीन समर्थित प्रदर्शनों में देखने को मिल रहा है. लेकिन राफा में ताज़ा इजराइली हवाई हमलों में 40 फिलिस्तीनियों की मौत और दर्जनों लोगों के घायल होने के बाद ‘All eyes on Rafah’ स्लोगन सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।

पहली बार कब इस्तेमाल हुआ ये शब्द?
इस स्लोगन का सबसे पहले इस्तेमाल फरवरी में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के डायरेक्टर रिक पीपरकोर्न ने किया था। उनकी ये टिप्पणी इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा शहर को खाली कराने की योजना के ऐलान के बाद आई थी। उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय से कहा था कि गाजा में जो कुछ हो रहा है उस पर नजर रखी जाए।

क्यों ट्रेंड हुआ ‘All eyes on Rafah’
दरअसल, शनिवार को इजराइली सेना ने गाजा के राफा में स्ट्राइक की थी। इसमें 45 फिलिस्तीनियों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इजराइली सेना ने ये स्ट्राइक एक कैंप पर की थी। इसमें गाजा के बेघर लोग रह रहे थे। स्ट्राइक के बाद लोगों की जली हुई लाशें निकाली जा रही हैं। इसके बाद से दुनियाभर में इजरायल के खिलाफ गुस्सा देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर ‘All Eyes On Rafah’ ट्रेंड करने लगा। इसके जरिए आम लोगों से लेकर चर्चित हस्तियां तक गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों के समर्थन में उतरकर आए हैं।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग शुरू होने के बाद पहली बार गाजा में फिलिस्तीनियों की मौत को गलत बताया है। रविवार को इजराइली संसद नीसेट में भाषण देते हुए नेतन्याहू ने कहा, ‘निर्दोष लोगों को चोट न पहुंचाने की हमारी कोशिशों के बावजूद कल (शनिवार) रात हमसे बड़ी गलती हुई।’

लेकिन अफसोस जताने के साथ इजरायल रफाह में सैन्य अभियान भी जारी रखे हुए है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली टैंकों ने रफाह के अल अवदा को कब्जे में ले लिया है। ये रफाह के बीचो-बीच स्थित है। इधर, 28 मई को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक इमरजेंसी बैठक बुलाई है।

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