संवाददाता भीलवाड़ा। शाहपुरा कस्बे में करीब 390 वर्ष पुराने राज महल के पीछे का कोट का हिस्सा अधिकांशत क्षतिग्रस्त होकर के दरारें पड़ चुकी है। 4 मंजिला राज महल की नींव में पानी के रिसाव की वजह से दीवारें व बुर्ज खोखला होकर जगह-जगह से टूट चुका है। जिसमें आए दिन मलवा टूट टूट कर महलों के पीछे बने हुए मकानों में गिरता है। जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है। गृह स्वामी आमीन खान ने बताया कि करीब 3 वर्षों से महल की दीवारों के बड़े-बड़े टुकड़े हुए टूट टूट कर उनके मकान पर गिरते हैं। जिसको लेकर उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग नगर पालिका तथा राज महल के स्वामित्व वाले विभाग नाइट में भी शिकायत पेश किए मगर किसी ने भी क्षतिग्रस्त भुर्जी वह दीवारों को मरम्मत कराने की पहल नहीं की विगत 29 जुलाई को भी अमीन खान ने जिला कलेक्टर के सम्मुख पेश होकर के उन्हें क्षतिग्रस्त बुर्ज जानमाल के खतरे के बारे में अवगत कराया था। हाल ही में दीवार का बड़ा हिस्सा टूटकर के उनके आंगन में गिर गया था। गनीमत रही कि कोई चोटिल नहीं हुआ। बुर्ज व दीवारों की मरम्मत की मांग को लेकर उन्होंने उपखंड अधिकारी शिल्पा सिंह के सम्मुख पेश होकर गुहार लगायी। उसके बाद उपखंड अधिकारी ने स्वयं जाकर मौका भी देखा और समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।आमीन खान ने बताया कि क्षतिग्रस्त कोट की वजह से उनकी जान-माल को खतरा बना हुआ है और प्रशासन से इस दिशा में सकारात्मक कार्यवाही की मांग की है।
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