शाहपुरा शाहपुरा जिला मुख्यालय पर कृषि विज्ञान केंद्र, अरनिया घोडा, शाहपुरा द्वारा विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। जानकारी के अनुसार उद्यान वैज्ञानिक डॉ राजेश जलवानिया विश्व मृदा दिवस के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला बताया की विश्व मृदा दिवस हर वर्ष 5 दिसम्बर को मनाया जाता है इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को मिट्टी के महत्व के बारे में बताना है साथ ही बताया की इस वर्ष विश्व मृदा दिवस “मिट्टी एवं पानी जीवन का स्रोत” की थीम के साथ मनाया जा रहा है। कार्यक्रम में फार्म मैनेजर गोपाल लाल टेपन ने बताया की मृदा प्रदुषण एक गंभीर समस्या है जिससे मिट्टी की स्थिति में गिरावट आती है.
मिट्टी की खराब स्थिति के कारण मिट्टी का तेजी से कटाव हो रहा है जो दुनिया में एक गंभीर पर्यावरणीय मुद्दा बनता जा रहा है साथ ही उन्होंने मिट्टी की गुणवत्ता पर प्रकाश डालते हुए कृषकों को मिट्टी एवं पानी के नमूने लेने की विधि बताई एवं रबी फसलों में पोषण प्रबंधन के बारे में बताया। केंद्र की तकनीकी सहायक हेमलता मीणा ने विश्व मृदा दिवस की महत्वता बताते हुए कहा की स्वस्थ मिट्टी के मूल्य पर ध्यान आकर्षित करने और मृदा संसाधनों के टिकाऊ प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। कृषकों को फार्म का भ्रमण करवाया। अंत में केंद्र के अनुभाग अधिकारी महेश सुवालका ने कृषकों को विश्व मृदा दिवस इस अवसर पर 43 कृषक एवं कृषि स्नातक के छात्र मौजूद रहे।
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