हनुमानगढ वृत के अन्तर्गत प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत आज दिनांक 09.11.24 को जाट भवन हनुमानगढ जं. में श्री रजीराम सहारण, अधीक्षण अभियन्ता (पवस) जोधपुर डिस्कॉम, हनुमानगढ की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया तथा इस योजना का लाभ हर उपभोक्ता तक पहुंचे उससे संबंधित सभी प्रकार की समस्याओ तथा आमजन को होने वाले लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस योजना से संबंधित विभागीय अभियन्तागण वेन्डर्स तथा इच्छुक उपभोक्ता कार्यशाला में उपस्थित हुए तथा योजना के कियावन में आ रही समस्याओ पर चर्चा की गई यथासंभव समस्याओ का निस्तारण भी मौके पर सुनिश्चित किया गया। वित्तपोषण संबंधी समस्या हेतु मौजूद अग्रणी बैंको के व्यवस्थापक प्रतिनिधियों द्वारा सौर ऊर्जा कनेक्शन लगवाने हेतु ऋण लेने हेतु के लिए समस्त प्रकिया यथा आवेदन के समय दस्तावेज, मासिक किस्त व ब्याज इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया जिसमे विशेष रूप से 3 किलावाट तक ऋण लेने केवल बिजली के बिल एवं सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित होने के स्थान का मालिकाना हक उपलब्ध करवाने पर स्वीकृत किया जा रहा है।
जिसकी गणना से स्पष्ट है कि 3.5 से 4 वर्ष के बीच में बिजली बिल से बचत के रूप में संयत्र की लागत पूरी वसूल हो जाती हैं। पूरी योजना के बारे में पीपीटी के माध्यम से प्राजेक्ट पर विस्तृत रूप से दिखाया व श्री पुष्पेन्द्र सिंह व श्री वीर सिंह सहायक अभियन्ता द्वारा बिन्दुवार स्पष्टीकरण देते हुए बताया। कार्यशाला के शुरूआत में अध्यक्षता कर रहे अधीक्षण अभियन्ता महोदय द्वारा पूरी योजना के बारे मे सभी प्रतिभागियों जिसमें अभियन्ता, कर्मचारी, सेवानिवृत अधिकारी व कर्मचारी, हनुमानगढ जिले में सौर ऊर्जा का कार्य कर रहे सभी वेण्डरर्स, संरपच, अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक तथा बिजली का अधिकतम् उपभोग कर रहे उपभोक्ताओ के साथ-साथ वर्तमान में जिन उपभोक्ताओ के सौर ऊर्जा कनेक्शन चल रहे हैं, इत्यादि को संबोधित करते हुए योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा सभी से अपील की कि. वर्तमान समय में सौर ऊर्जा क्रान्ति में अपना योगदान दें एवं सभी उपभोक्ताओ को इस योजना की जानकारी देकर अधिक से अधिक सौर ऊर्जा के संयत्र लगवाने में सरकार व निगम का सहयोग करे।
माननीय जिलाधीश श्री काना राम जी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए केन्द्र सरकार की इस जनहितैषी व उत्कृष्ट योजना के बारे में जानकारी देते हुए आहावान किया कि चूंकि पूरे भारतवर्ष में राजस्थान राज्य में सबसे अधिक सौर ऊर्जा की उपलब्धता है इसलिए सभी को इस महत्वकाक्षी योजना में शामिल होकर अपने बिजली के बिल की बचत ही नही करनी बल्कि राष्ट्र और राज्य को बिजली आत्मनिर्भरता के मामलें में सक्षम बनाने में अपना योगदान दें। साथ ही विशेष रूप से आग्रह किया कि जिन उपभोक्ताओ को 5000 रूपये से अधिक का बिल आ रहा है उन्हें बिना सोचे समझें तुरन्त ही सौर ऊर्जा सयंत्र स्थापित करवाना चाहिए जिससे उनके बिजली बिल में निश्चित रूप से बचत हो सकेगी।
ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।