वाहन पर लगा क्यूआर कोड स्केन कर सड़क हादसे की परिवार को दे सकेंगे सूचना

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हनुमानगढ़। सड़क हादसे में दुर्घटना के शिकार लोगों के परिजनों को इसकी जानकारी देना अब आसान हो सकेगा। कोई भी व्यक्ति वाहन पर चस्पा क्यूआर कोड की मदद से उनके परिजन से हादसे के बारे में सूचित कर सकेंगे। इतना ही नहीं पार्किंग में वाहन फंसने पर भी गाड़ी मालिक को फोन कर सकेंगे। इसको लेकर हनुमानगढ़ के एक युवा शानू गोयल पुत्र केशव गोयल ने एक बार कोड तैयार किया है। हनुमानगढ़ टाऊन स्थित सिंगला होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में आज यह बार कोड लांच किया गया। पूर्व सिंचाई मंत्री डॉक्टर रामप्रताप और पूर्व सभापति राजकुमार हिसारिया,कपिल देव,गणेश बंसल,शानू गोयल,अजय बंसल ने बारकोड लांच किया। शानू गोयल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि दुर्घटना होने पर कोई भी इस स्टीकर में लगे क्यूआर कोड को स्कैन करेगा तो इमरजेंसी नंबर पर कॉल चली जाएगी और परिजनों को सूचना मिल जाएगी। वे तत्काल दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर या अन्य किसी माध्यम से घायल को समय पर इलाज दिलवा सकेंगे।शानू गोयल ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि लोग पार्किंग में गलत तरीके से गाड़ी खड़ी कर देते हैं। उस स्थिति में उस गाड़ी के मालिक से सम्पर्क करना कठिन हो जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने एक कंपनी के साथ मिलकर क्यूआर कोड तैयार किया है जो कि सेफ्टी के लिए बहुत जरूरी है। यह सेफ्टी क्यूआर कोड गाडिय़ों पर लगाया जाएगा। इसके जरिए पीयूसी यानि पॉल्यूशन खत्म होने की भी जानकारी मिलेगी। यह क्यूआर कोड 15 दिन पहले पीयूसी खत्म होने की जानकारी देने लग जाएगा। अगर गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होती है तो भी इस संबंध में सूचना गाड़ी मालिक के घर तक पहुंच जाएगी। उसके जरिए यह पता चल जाएगा कि गाड़ी किस जगह दुर्घटनाग्रस्त हुई है।

शानू गोयल ने बताया कि इस क्यूआर कोड की खास बात यह है कि एक बार क्यूआर कोड लगाने के बाद इसे जिंदगीभर बदलवाने का झंझट नहीं है। इसके अलावा गाड़ी की आरसी सहित अन्य कागजात भी साथ रखने की जरूरत नहीं। इस क्यूआर कोड में स्टोर डॉक्यूमेंट का ऑप्शन रखा गया है। अगर कोई पुलिस कर्मी नो पार्किंग से गाड़ी उठाकर ले जाते हैं तो पुलिस की ओर से क्यूआर कोड स्कैन करने पर गाड़ी मालिक के पास यह सूचना पहुंच जाएगी कि गाड़ी किस जगह है। इससे पुलिस को भी काफी मदद मिलेगी। चोरी की वारदातों पर भी अंकुश लगेगा। पूर्व सिंचाई मंत्री डॉक्टर रामप्रताप और पूर्व सभापति राजकुमार हिसारिया ने युवा शानू गोयल द्वारा तैयार किए गए  डैडीरोड बारकोड जैसे नए इन्वेंशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि हनुमानगढ़ के युवा तकनीकी क्षेत्र में नए क्रांतिकारी अविष्कार कर रहे हैं जो कि आमजन के लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। उन्होंने युवाओं से तकनीकी क्षेत्र में आगे आकर देश के विकास में अपना योगदान देने और तकनीक के दुरुपयोग को रोकने की अपील भी की। शानू गोयल ने बताया कि बैंगलोर में इस क्यूआर कोड की लॉन्चिंग कर दी गई है। 18 फरवरी को राजस्थान बैल्ट में इसकी लॉन्चिंग की गई है।

उन्होंने कहा कि आजकल देखने में आ रहा है कि कोई भी व्यक्ति अपनी गाड़ी कहीं भी पार्क रहा है। हादसे भी काफी हो रहे हैं। हादसे में कार सवार की जान चली जाती है बाद में इसका पता चलता है। परिजनों को कैसे सूचित करें इसका भी नहीं पता चलता। इस समस्या के समाधान के लिए क्यूआर कोड बनाने का विचार मन में आया। शानू गोयल ने बताया कि इससे पहले ईआरपी सिस्टम तैयार किया था जो स्कूल के लिए था। पंजाब व हरियाणा सरकार उस सिस्टम का इस्तेमाल कर रही है। हनुमानगढ़ में भी स्विगी से पहले एचएमओ कार्ड चलाई थी। एचएमओ कार्ड में भी स्विगी जैसा ऑप्शन चलाया गया था। शानू गोयल ने बताया कि क्यूआर कोड के पीछे कस्टमर केयर का नम्बर होगा। उस नम्बर पर कॉल कर गाड़ी नम्बर बताने के बाद कस्टमर केयर की ओर से सत्यापन कर गाड़ी मालिक के परिवार को कॉल कर घटना की जानकारी दी जाएगी।

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