लोक अदालत ने मिलाया तो खुशी-खुशी अपने घर लौटे दंपती

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– राजकीय सेवा में दोनो पति पत्नि बेटे के जन्मदिन पर हुए एक
हनुमानगढ़।
 उच्च न्यायालय व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार 11 दिसंबर शनिवार को मेगा लोक अदालत का आयोजन जंक्शन न्यायलय परिसर में किया गया। लोक अदालत के तहत सैकड़ों मामलों का निस्तारण हुआ। सबसे सुखद यह लोक अदालत विवाह अधिनियम से संबंधित उन दंपती के लिए साबित रही जो वर्षों से आपसी विवादों में उलझ कर बिछुड़े हुए थे। इन दंपत्तियों को यहां से माला पहना कर रवाना किया गया तो ऐसा लगा जैसे फिर इनका नया विवाह हुआ हो और जिंदगी के डोर से बंधे हों। लोक अदालत सुशीला व नरेश के लिए काफी सुखद रही क्योकि उनके पुत्र के जन्मदिन के दिन पारिवारिक न्यायधीश राजेश शर्मा, अधिवक्ता अलंकार सिंह की मध्यस्ता से वह पुनः एक हुए। जिनका लोक अदालत में राजीनामा करवाया और माला पहनाकर उनको बधाई देकर साथ भेजा। उक्त पति पत्नि दोनों राजकीय सेवा में है। मामले के अनुसार पीलीबंगा निवासी पटवारी सुशीला कुमार व राजकीय अध्यापक नरेश कुमार पिछले कुछ समय से पारिवारिक परेशानी के कारण अलग अलग रह रहे थे जिनका शनिवार को लोक अदालत में पारिवारिक न्यायालय न्यायाधीश राजेश शर्मा प्रथम, एडवोकेट अलंकार सिंह व एडवोकेट सतपाल लिम्बा की मध्यस्ता से व संयुक्त प्रयासों से दोनों का घर पुनः बसाया गया साथ ही उनके बेटे का जन्मदिन भी न्यायलय परिसर में मनाया गया। इस मौके पर नरेश कुमार ने अपनी पत्नी सुशीला को चॉकलेट खिलाकर खुशी खुशी घर को गये। लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में सिविल, मोटर दुघर्टना, परिवारिक, मोटर वाहन ई-चालानी, उत्तराधिकार, आबकारी अधिनियम, गुंडा एक्ट से संबंधित व 107,106 चालानी एक्ट दाखिला से सम्बन्धित वादों के अलावा पेंशन से संबंधित, टेलीफोन से संबंधित, बैंक के लोन व पेंशन से संबंधित वादों का प्रशासनिक व न्यायिक अधिकारियों को सुलह समझौतों के आधार पर निस्तारण किए गए है।

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