संवाददाता भीलवाड़ा। बदनोर में बिजली का बिल बरसों से उपभोक्ताओं के दिल की धड़कनें बढ़ाता रहा है। कभी टैरिफ में बढ़ोतरी और कभी अन्य करों के रूप में बिल की राशि पर भार पड़ा है। अब कोरोना काल के बाद बांटे जा रहे बिजली के बिलोंं ने उपभोक्ताओं का बीपी बढ़ा दिया है। कोरोना संकट के चलते किसान पहले ही परेशान चल रहे हैं। उधर, घरेलू उपभोक्ताओं को थमाया जा रहा बिल भारी पड़ रहा है। हजारों रुपए का बिल आने के बाद उपभोक्ताओं की शिकायतें बढ़ने लगी हैं। ज्ञापन में बताया कि हमारी ग्राम पंचायत चैनपुरा के समस्त गांव ढाणी मोहल्ले समस्त सरकारी गैर सरकारी बिल आदि में विद्युत बिलों में जबरदस्त अनियमितता पाई गई हैं। स्थाई शुल्क डबल है रीडिंग में त्रुटियां है। तकनीकी कमियां कर्मचारियों की लापरवाही मनमानी वसूली तमाम अव्यवस्था हमारी पंचायत में पाई गई है। इन समस्याओं को समय पर सही करने के लिए विद्युत विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों को सत्यता की जांच कराने के आदेश देवें नहीं तो पंचायत के बिल आम जनता नहीं भरने का निर्णय लेगी। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली का उपभोग तो कम किया गया है और बिल ज्यादा राशि का थमाया जा रहा है। बीते महीनों तक तीन से चार हजार रुपये प्रतिमाह बिजली बिल पाने वाले ये उपभोक्ता अब बिल सुधार करवाने के लिए बिजली अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। त्रुटिपूर्ण विद्युत बिलों को लेकर विद्युत विभाग के अधिकारियों कई बार अवगत करा चुके हैं। लेकिन अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। पिछले कोरोना काल से मनमाने बिल ग्राहकों को दिए जा रहे हैं। जिससे औसत खपत से कई गुना ज्यादा की राशि के बिल घरों तक पहुंच रहे हैं।
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