हनुमानगढ़। नोन प्रेक्टिस अलाउंस सहित अन्य मांगों को लेकर राज्य के पशु चिकित्सक बेमियादी हड़ताल तीसरे दिन जारी रही। पशु चिकित्सकों की हड़ताल के कारण चिकित्सालयों की व्यवस्था चरमरा गई। दिन भर पशु पालक चिकित्सालय में ईलाज के अभाव में भटकते नजर आये। राजस्थान पशु चिकित्सक संघ की जिला इकाई ने सोमवार को नारेबाजी कर विरोध दर्ज करवाया। हनुमानगढ़ जिले के पशु चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. महावीर सहारण ने बताया कि राज्य के पशु चिकित्सा अधिकारी सरकार से लंबे समय से एनपीए की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार इस मांग को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रही है।
6 सितंबर को विभाग को जयपुर में प्रदेश इकाई की ओर से ज्ञापन के जरिए अपनी मांग से पुन अवगत करवाया गया था। इसके साथ ही 16 सितंबर से बेमियादी हड़ताल पर चले जाने के निर्णय से भी परिचित करवाया था। सरकार की ओर से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए जाने पर बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी गई है। चिकित्सकों की हड़ताल के चलते कामधेनु बीमा योजना का काम पूरी तरह से अटक गया है। प्रदेश के पशु पालकों को अपने मवेशियों के उपचार में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान समस्त पशु चिकित्सक मौजूद थे।
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