पांच सूत्री मांगों को लेकर पशु चिकित्सकों ने दिया सांकेतिक धरना

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हनुमानगढ़। मंगला बीमा योजना में परियोजना भत्ता जोड़ने सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को पशु चिकित्सक संघ राजस्थान के आह्वान पर जिले के पशु चिकित्सकों ने एकदिवसीय सामूहिक अवकाश लिया और जिला मुख्यालय पर सांकेतिक धरना दिया। पशु चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा। संघ अध्यक्ष डॉ महावीर सहारण ने बताया कि वे अपनी मांगों को लेकर पहले भी कई बार सरकार को ज्ञापन प्रेषित कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई। इसी कारण मजबूर होकर सामूहिक अवकाश लेकर धरना देने का निर्णय लिया गया। ज्ञापन में मांग की गई कि वेटरनरी सर्विस फीस रूल्स 2013 में महंगाई, समय और कार्य की प्रकृति के अनुसार आवश्यक वृद्धि की जाए। इसके अलावा, बिना किसी न्यायिक बाधा अथवा विशेष कारण के पिछले आठ वर्षों से लंबित विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) की बैठक तुरंत प्रभाव से आयोजित की जाए। संघ ने यह भी मांग की कि फील्ड में कार्यरत पशु चिकित्सकों को उनके कार्य की कठिनाइयों को देखते हुए हार्ड ड्यूटी अलाउंस को 650 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए प्रतिमाह किया जाए। इसके अलावा, राजस्थान के पशु चिकित्सकों को अन्य राज्यों की भांति नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (NPA) प्रदान किया जाए, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें और अपने कार्य में अधिक समर्पण के साथ लगे रहें। संघ के पदाधिकारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो वे आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। पशु चिकित्सकों ने एक स्वर में कहा कि वे पशुधन सेवा में समर्पित हैं, लेकिन अपनी जायज मांगों की अनदेखी सहन नहीं करेंगे। संघ ने सरकार से शीघ्र सकारात्मक कदम उठाने की अपील की है। इस मौके पर अध्यक्ष डॉ. महावीर सहारण, उपाध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र गेदर, सचिव डॉ. राजन देशवाल, किशोर कुमार, मीडिया प्रभारी डॉ. हेमन्त अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य डॉ. विजेन्द्र देशवाल, डॉ. हंसराज चौहान, डॉ. विक्रम छिम्पा, डॉ. रमन चाहर, डॉ. दिनेश जांगिड़, डॉ. अमित शर्मा व अन्य चिकित्सक मौजूद थे।

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