Video: नजरबंदी के लिए आतंकी सईद ने पीएम मोदी-ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया

जमात-उद्-दावा प्रमुख और लश्कर सरगना हाफिज सईद को छह महीने के लिए नजरबंद करने की खबर सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। हाफिज को हिरासत में लिए जाने के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है

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नई दिल्ली: जमात-उद्-दावा प्रमुख और लश्कर सरगना हाफिज सईद को छह महीने के लिए नजरबंद करने की खबर सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। हाफिज को हिरासत में लिए जाने के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें हाफिज़ को यह कहते हुए देखा जा रहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच दोस्ती की वजह से उसे अरेस्ट किया गया है।

नजरबंद करने की खबर पहली बार नहीं:

  • 13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर हमले में सांठ गांठ के आरोप में सईद को पाकिस्तान सरकार ने हिरासत में लिया था और मार्च 2002 में रिहा किया।
  • एक बार फिर 31 अक्टूबर 2002 को लश्कर सरगना को हाउस अरेस्ट कर लिया गया था।
  • 2006 में मुंबई ट्रेन हमले के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत ने हाफिज़ को नज़रबंद कर लिया था लेकिन कुछ ही दिन बाद लाहौर हाईकोर्ट के आदेश पर रिहा कर दिया गया।
  • दिसंबर 2008 में एक बार फिर हाफिज़ सईद को तब नज़रबंद कर लिया गया जब संयुक्त राष्ट्र ने सईद की तथाकथित धार्मिक संस्था जमात उद् दावा को आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल किया।
  • 2009 में बार बार हाफिज़ को हाउस अरेस्ट करके, कोर्ट के आदेश पर रिहा किया गया।

 #BREAKING: Terrorist Hafiz Saeed releases video after he was put in house arrest, claims Modi-Trump friendship led to action against him. pic.twitter.com/V5qYI4FTWC

अमेरिका के साथ कोई झगड़ा नहीं

हाफिज ने विडियो में कहा है, ‘इस समय क्योंकि ट्रंप नया-नया अमेरिका का सदर (राष्ट्रपति) बना है और वह मोदी से गहरी दोस्ती निभाना चाहता है, इसके चलते दबाव डाला जा रहा है। हाफिज ने कहा कि उसका अमेरिका के साथ कोई झगड़ा नहीं है, बल्कि झगड़ा भारत के साथ है कश्मीर के मसले पर।’ गौरतलब है कि पंजाब सरकार के गृह विभाग ने सईद के अलावा अब्दुल्ला उबैद, जफर इकबाल, अब्दुर रहमान आबिद और काजी कासिफ नियाज की नजरबंदी का आदेश जारी किया था। लाहौर पुलिस ने चौबुरजी स्थित जमात-उद-दावा मुख्यालय पहुंचकर इस आदेश का पालन किया।

सोशल मीडिया पर क्या कहते हैं यूजर्स:

  • एक ट्विटर यूज़र ने लिखा है कि हाफिज़ सईद को हाउस अरेस्ट करने का मतलब है अब चिकन बिरयानी उनके घर तक पहुंचाई जाएगी।
  • गब्बर सिंह के ट्वीट में आशा नजर आती है जब हाफिज़ के नजरबंद होने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखते हैं ‘अमरीका ने 2012 में हाफ़िज़ सईद पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था। ओबामा के पूरे शासनकाल में हाफ़िज़ खुल्ला घूमा। ट्रंप के आने के हफ्ते के भीतर ही हाफिज को नज़रबंद किया गया है।
  • इंद्र ने ट्वीट किया, ”डोनल्ड ट्रंप का असर है कि हाफ़िज़ सईद पर नकेल कसी गई। डोनल्ड ट्रंप ने भाई तहलका मचा रखा है हर जगह. वो सब कुछ बैन कर सकता है।
  • GabbbarSingh ने लिखा, ”अमरीका ने 2012 में हाफ़िज़ सईद पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था।ओबामा के पूरे शासनकाल में हाफ़िज़ खुल्ला घूमा। ट्रंप के आने के हफ्ते के भीतर ही हाफ़िज़ को नज़रबंद किया गया है।