बता दें पुलिस ने शनिवार की देर शाम राज्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हाटा निवासी पत्रकार मनोज गिरी ने एसपी को आडियो क्लिप के साथ दी गई तहरीर में बताया कि राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने शुक्रवार दोपहर में अपने मोबाइल से उनके मोबाइल पर फोन कर मतदान के तत्काल बाद (चार मार्च को मतदान है) कार्यालय व उन्हें पेट्रोल छिड़ककर फूंकने की धमकी दी। 9.51 मिनट के इस आडियो की शुरुआत एक प्रधान द्वारा चुनाव में विरोध की बात से हुई।
राज्यमंत्री पत्रकार से कह रहे हैं कि जो बात नहीं कही थी, वे बातें पत्रकार ने प्रधान से कह दी। जबकि, पत्रकार का कहना था कि उसने वही बातें कही हैं जो राज्यमंत्री ने उनसे कही थी। राज्यमंत्री यह भी कह रहे हैं कि चुनाव की वजह से वह चुप बैठे हैं। इस बातचीत में राज्यमंत्री अनेक बार अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए धमकी दे रहे हैं कि मतदान के कुछ ही मिनट बाद वह प्रधान और पत्रकार दोनों को ठीक कर देंगे।
पेट्रोल गिराकर तुम्हें व कार्यालय को फूंक देंगे। पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने कहा कि पत्रकार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच कर कार्रवाई होगी। इस मामले में राज्यमंत्री से संपर्क न होने के कारण उनका पक्ष नहीं मिल सका।
विवादों से रहा है पुराना नाता
राज्यमंत्री सिंह ने 29 जुलाई 2016 को जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी उमेश चंद्र पटेल को मोबाइल पर धमकी देते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया था। विरोध में सरकारी कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया था। एसपी ने मामले की जांच एएसपी को सौंपी थी। जांच अभी भी चल रही है। इससे पूर्व में पडरौना के विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता रहे राममूरत को मोबाइल पर अपशब्द कहने के मामले में राज्यमंत्री पर एससीएसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।