अनोखी शादी धूमधाम से कराई गई गाय और बेल की शादी

0
395

संवाददाता भीलवाड़ा। बनेड़ा उपखण्ड़ क्षेत्र के चमनपुरा ग्राम पंचायत के रनिंगपूरा,जालिया के पास स्थित सगस महाराज मन्दिर के स्थान पर ग्राम वासियो ने बेल ओर गाय की शादी करवाई क्या आपने कभी बेल और गाय की शादी के बारे में सुना है और शादी भी ऐसी कि दोनों को ताउम्र एक-दूसरे के साथ बांध दिया जाए? जी हां ये अजीबोगरीब वाक्या है बनेड़ा उपखण्ड़ क्षेत्र के चमनपुरा ग्राम पंचायत के रनिंगपूरा,जालिया के पास स्थित सगस महाराज मन्दिर के स्थान का जहां गांव वालों ने गाय राधिका और बेल किशन की शादी धूमधाम से कराई गई। इस शादी में बाकायदा चमनपुरा ग्राम पंचायत के देवपुरा से बारात आई।, सारे मंत्रोच्चार हुए। फेरे हुए और किशन संग राधिका दोनों हमेशा के लिए एक-दूसरे के विवाह बंधन में बंध गए

अनोखी शादी बेल किशन संग गाय राधिका की शादी में करीब 300 मेहमान बने बाराती,
इस अनोखी शादी में करीब 300 लोग मेहमान बनकर पहुंचे। दोनों की शादी में तीन लाख पच्चास हजार रुपए का खर्च आया। ये शादी उन तमाम बातों के लिए समाज को जगाने में सफल रही, जिनके लिए जानवर सिर्फ जानवर होते हैं। उनका कोई नहीं होता है। सगस महाराज मन्दिर के स्थान पर हुई इस शादी में सभी औपचारिकताएं पूरी की गई।
आयोजक कर्ता महाराज गुरू देबीलाल वैष्णव ,मदन माली,शंकर चौहान, शोभा लाल माली रामदेव बैरवा ने बताया कि वैसे इस कार्यक्रम का आयोजन पशुओं से प्रेम करने को लेकर जागरुकता के लिए किया गया साथ ही इस कार्यक्रम के दौरान आए खर्च को ग्रामवोसियो ने ही सामूहिक रूप से उठाया है। विवाह बंधन में बनने के बाद किशन वह राधिका की देखरेख पुजारी कन्हैया लाल शर्मा करगे गांव के रामदेव बलाई ने बताया कि गाय को हम माता मानते है ओर इसकी पूजा करते है और ऐसे में हमनें किशन और राधिका की शानदार शादी करा दी तो इसमें अजीब लगने वाली क्या बात है।

इस शादी में डीजे का भी इंतजाम हुआ, और लोगों ने जमकर मस्ती की। लोगों ने राधिका और किशन की शादी में दावत भी जमकर उड़ाई। गाय को यूं तो शांति और धन-धान्य का भी प्रतीक माना जाता है। जो दूध-दही-घी-पनीर-मक्खन से हमारा घर भी भरती है। तो गोबर से हमारे लिए उपले बनते हैं और फिर खेतों को भी उर्जा मिल जाती है। मौजूदा समय में गाय की रक्षा और हत्या को लेकर देश में दो ध्रुव बन चुके हैं। जिन्हें इस शादी से सीखने की जरूरत है।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।