बात अगर दो अलग – अलग देशों के प्रमुखों के बीच में हो तो उसका कोई ना कोई मतलब जरुर निकलता हैं और पूरी दुनिया की नज़र उस पर रहती हैं. तो आज रात तो 11. 30 मिनट पर अमेरिका के नए प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे. ये बात ट्रंप और नरेन्द्र मोदी फोन पर करेंगे.
जैसे ही ये खबर आई कि आज दोनों के बीच वार्तालाप होगा वैसे ही राजनैतिक खेमे में और मीडिया में इसके परिणामो को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं, कोई कहता हैं कि जैसा ट्रम्प का अंदाज़ रहा हैं वैसे तो आज वो भारत को धमकी देंकर इंटरनेशनल मंच पर अपनी धाक ज़माने के प्रयास करेंगे तो कोई कह रहा हैं कि अपनी नई पहचान बनाने और अपने साथ एक दोस्त जोड़ने के लिए भारत को कोई लोलीपोप पकड़ा देंगे.
इन सब बातों को वैसे अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस ने इसकी जानकारी देते हुए ही साफ़ करते हुए कहा कि ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन में अमेरिका भारत के साथ सकारात्मक और मजबूत संबंधों का पक्षधर है.
मोदी दुनिया के पांचवें नेता –
पीएम मोदी दुनिया के ऐसे पांचवें नेता होंगे जिनसे ट्रंप ने राष्ट्रपति पद संभालने के बाद बात की. इससे पहले ट्रंप ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, मैक्सिको के पीएम पेना नीटो से बात की थी. रविवार को ट्रंप ने इस्राइल के पीएम बेंजामीन नेतन्याहू और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल सीसी से फोन पर बात की थी. इस पांचवे नंबर से ये अंदाज़ा लगाया जा सकता हैं कि दुनिया में हमारा नाम ऊँचा हो रहा है.
पीएम मोदी ने भी दी थी बधाई
20 जनवरी को ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद पीएम मोदी ने फिर बधाई देते हुए कहा था कि भारत आपके साथ काम करने को लेकर आशावान है. डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने के तत्काल बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार संभालने पर आपको बधाई. आपको शुभकामनाएं कि आप आने वाले वर्षों में अमेरिका को पहले से बड़ी उपलब्धियों की ओर ले जाएं.’
8 नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनावों में ऐतिहासिक जीत के बाद नरेंद्र मोदी दुनिया के कुछ चुनिंदा नेताओं में शामिल थे जिन्होंने ट्रंप को सबसे पहले जीत की बधाई दी. अपने चुनावी अभियानों में ट्रंप ने भारत, इस्राइल समेत कई देशों के साथ संबंध मजबूत करने पर लगातार जोर दिया.
ट्रम्प पहले भी कर चुके हैं पीएम मोदी की तारीफ
15 अक्टूबर को अमेरिका में कश्मीर पंडितों और बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए आयोजित एक चैरिटी कार्यक्रम में ट्रंप ने भारत के तेज विकास और पीएम मोदी के सिस्टम में और आर्थिक सुधारों की प्रशंसा की थी.
तो उम्मीद ये हैं कि ये वार्तालाप एक नई दिशा तय करेगी और इंटरनेशनल मंच पर भारत और अमेरिका की दोस्ती को एक नया आयाम मिलेगा जिससे विकास के नए रास्ते खुलते नज़र आयेंगे.