हनुमानगढ़। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के अधीन एसबीआई ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान हनुमानगढ़ के द्वारा राजीविका हनुमानगढ़ के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूह की ग्रामीण महिलाओं के लिये गांव किशनपुरा उतरादा में चलाये गये दस दिवसीय हस्तनिर्मित अगरबत्ती बनाओं प्रशिक्षण का समापन आज समारोहपूर्वक संस्था में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजीविका ब्लॉक परियोजना प्रबंधक रोशनी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरसेटी अनुदेशक मुकेश भाुनशाली व अनिल सिंह राठौड़ ने की। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित किया गया। संस्थान अनुदेशक मुकेश भानुशाली ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण का लिखित मूल्यांकन व साक्षात्कार नेसर द्वारा भेंजे गये डोमेन एस्सेसर एसके वर्मा, मनीष भगत ने लिया।
उक्त प्रशिक्षण में समस्त 35 प्रशिक्षाणार्थियों ने सफलतापूर्वक परीक्षा में शत प्रतिशत परिणाम प्राप्त किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राजीविका ब्लॉ परियोजना प्रबंधक रोशनी ने कहा कि जिले में आरसेटी होना ही जिले का सौभाग्य है। उन्होने बताया कि आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम सराहनीय है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों ने महिलाओं को अपने हाथ के हुनर की पहचान करवाई है जो प्रशंसनीय है। व्यक्ति से सोना चांदी कोई भी छीन सकता है परन्तु हाथ का हुनर आपसे कोई नही छीन सकता।
उन्होने महिलाओं को आरसेटी से प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना व्यवसाय आरम्भ करने की अपील की जिससे कि वह अपना स्वरोजगार करके आत्मनिर्भर बन सके। अनुदेशक अनिल सिंह राठौड़ ने बताया कि सभी प्रशिक्षणार्थियों को आरसेटी के सहयोग से वित्तीय संस्थाओं द्वारा ऋण दिलवाकर आत्मनिर्भर बनाने में और व्यवसाय आरम्भ करवाने में हर संभव मदद की जायेगी। उन्होने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाना ही आरसेटी का प्रथम व मुख्य उद्देश्य है। ज्ञात रहे कि उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसके दौरान निःशुल्क भोजन व रहने की व्यवस्था की गई। उक्त प्रशिक्षण के प्रशिक्षक राजन खान बाड़मेर द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित व सम्मानित किया और सभी उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि अपने क्षेत्र के ग्रामीण महिलाओं को आरसेटी के माध्यम से चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़े ताकि वह अपना स्वरोजगार स्वयं कमा सके और आत्मनिर्भर बन सके। निकट भविष्य में संस्थान में महिलाओं हेतु ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण व वूमेन्स टेलर प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं पुरूषो हेतु बकरीपालन, डेयरी फार्मिग आदि के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जायेगे जिसके लिये रजिस्ट्रैशन जारी है। इस मौके पर स्टॉफ सदस्य अनुदेशक मुकेश कुमार, अनुदेशक अनिल राठौड़, कार्यालय सहायक गणेश टाक, कार्यालय सहायक रितिक अरोड़ा, विकास कुमार, सूरज मौजूद थे।
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