‘कंगाली में आटा गिला’ परिवार चलाने वाले मुखिया ने खोए हाथ व पैर तो परिवार पर टूट पड़ा दुखो का पहाड़

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संवाददाता शाहपुरा। हादसे ऐसे होते हैं जो खुशहाल जीवन को भी झकझोर कर रख देते हैं।ऐसा ही एक हादसा उपखंड क्षेत्र के बरसनी ग्राम पंचायत क्षेत्र में रहने वाले भेरू लाल रेगर के साथ हुआ, भेरूलाल पहले से ही बहुत ही लाचार गरीब स्थिति में अपना जीवन यापन कर अपने घर परिवार को दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर रहा था। एक दिन 2 माह पूर्व बाइक हादसे के अंदर भेरूलाल अपना एक पैर वह हाथ दोनों पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए जिसके कारण किसी न किसी प्रकार से इस परिवार में 2 माह तक तो रोजी रोटी का प्रबंध कर लिया लेकिन फिर भी भेरूलाल की स्थिति नहीं सुधर पाई परिवार की हालत यह हो गई हैं कि दो वक्त की रोटी का जुगाड़ भी किस प्रकार किया जाए कहते हैं । कि कंगाली में आटा गीला मुहावरे जोकि सत्य साबित होता हुआ कि जो व्यक्ति पहले से ही अत्यंत ही निर्दयी गरीब अवस्था में अपना जीवन बसर कर रहा है उस पर इस प्रकार से दुःखो का पहाड़ टूट पड़ना एक तरह से परिवार को झकजोर सा रख देता है । अब ऐसी परिस्थितियों में परिवार में दो वक्त की रोटी के लाले पड़ गए है दो माह तक जैसे तैसे परिवार का भरण पोषण चल पाया ताकि भेरूलाल फिर से अपने पैरों पर खड़ा होकर मेंहनत मजदूरी करके परिवार चला पायेगा लेकिन भेरूलाल की दो माह बीत जाने के बाद भी वही स्थिति बनी हुई है न भेरूलाल चल पाता है न अपने हाथ से खाना खा पाता है इस दयनीय हालत में पत्नी ही पूरी तरह से भेरूलाल की देखभाल कर रही है मेहनत मजदूरी न कर पाने के कारण भेरूलाल ने शासन प्रशासन व भामाशाहो से मदद की गुहार लगाई है ताकि आर्थिक स्थिति सही हो सके व अपने परिवार का लालन पालन कर सके।

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