हनुमानगढ़। दो दिन पूर्व आरआरडब्लयु के काश्तकारों ने सिंचाई विभाग व जिला कलक्टर को सिंचाई विभाग की कार्यप्रणाली व आरआरडब्लयु माईनर पर मोघों के साथ लगी नाजायज पाईपों की जांच व टेल पर पेयजल योग्य पानी भी उपलब्ध न होने के विरोध में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा था, रविवार को सिंचाई विभाग के अधिकारी माईनर का मौका मुआयना करने पहुचे। सिंचाई विभाग की और से मौका मुआयना करने पहुचे एससी व एईएन ने 103 आरडी के हैड़ से पूरी माईनर का मौका निरीक्षण किया। क्रय विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष प्रेम गोदारा ने बताया कि किसानों की मेहनत मशक्कत के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी चेते है और आज मौका मुआयना किया है।
बिजाई का समय होने के कारण किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है, टेल तक पीने योग्य पानी भी नही मिल रहा तो किसान सिंचाई किस तरह कर पायेगा। मुआयने के दौरान अधिकारियों ने स्वयं देखा कि किस तरह प्रत्येक मोघों के पास किसानों ने विभाग द्वारा स्वीकृत पाईपों की जगह पर अनाधिकृत रूप से चार गुना बड़ी पाईपे लगाकर किसानों के हकों का पानी चोरी किया जा रहा है, जिस कारण टेल के किसानों को पीने योग्य पानी भी नही मिल पा रहा। इसी के साथ माईनर में मिट्टी सहित अन्य गंदगी का आलम भी देखा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि डी कमांड किसानों की भूमि को सिंचाई योग्य पानी देने के लिए अतिरिक्त पाईपे लगाई गई है, जिसे काश्तकारों ने अपने स्तर पर बड़ा कर लिया है, जो कानूनन रूप से अवैध है, इसकी वजह से टेल के किसानों को पानी नही मिल रहा है।
उन्होने बताया कि किसानों ने विभाग को दो दिन पूर्व सूचित किया, जिसके बाद तुरन्त प्रभाव से मौका मुआयना किया गया है और अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि मंगलवार को जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रस्तुत कर दी जायेगी और सात दिवस की अवधी में ही सभी पाईपों को दुरूस्त किया जायेगा और मोघों के साईज की भी जांच करवाई जायेगी। किसान महावीर रिणवां ने कहा कि जिला मुख्यालय से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित माईनर का इतना बुरा हाल है कि किसानों को पीने योग्य पानी भी नही मिल रहा, सिंचाई किसान किस तरह कर पायेगा। उन्होने कहा कि जिला मुख्यालय के नजदीक सिंचाई विभाग की कार्यप्रणाली का इतना बुरा हाल है तो जिले में सिंचाई व्यवस्था किस तरह की होगी यह कल्पना करना भी भयावह है। उन्होने विभागीय अधिकारियों को आश्वस्त किया कि माईनर की साफ सफाई के कार्य में माईनर का प्रत्येक किसान विभाग का सहयोग करेगा, परन्तु अनाधिकृत रूप से जिन किसानों ने बड़ी पाईपे लगाकर टेल के किसान को प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है उस पर विभागीय कार्यवाही तो हो, साथ ही सात दिन के भीतर इन पाईपों को दुरूस्त करवाकर किसानों को उनके हक का पूरा पानी उपलब्ध करवाया जाये, अन्यथा किसान आन्दोलन का रास्ता अपनाकर आन्दोलन उग्र करेगा।
विभागीय अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर जल्द ही इन पाईपों को दुरूस्क करवाया जायेगा व मजूरशुदा पाईपों के हिसाब से पाईपे लगवाई जायेगी। इस मौके पर श्योप्रकाश डोटासरा, आशीष रेवाड़, हंसराज, सरदार अली, कृष्ण, जगदीश बलवीर शंकर डोटासरा, पवन डोटासरा, हैप्पी, विनोद सुथार, देवीलाल व अन्य काश्तकार मौजूद थे।
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