हनुमानगढ़। श्री नीलकंठ महादेव सेवा समिति हनुमानगढ़ द्वारा शहर की सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना को लेकर सत्संग एवं प्रवचन का आयोजन किया गया। रविवार को भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में पहुंचकर सत्संग व प्रवचन का लाभ लिया। स्वामी नरेश जी शर्मा ने कहा कि जिस स्थान पर सत्संग का आयोजन किया जाता है वह स्थान पवित्र हो जाता है। वहीं जो भक्त सत्संग में भाग लेते हैं वह भवसागर को पार कर जाते हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने मानव रूपी शरीर दिया है। यह मानव शरीर पूर्व जन्मों की कठिन तपस्या से प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि मानव को अपना जीवन व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। अपने दैनिक कार्यों में लीन रहते हुए समय निकालकर भगवत भजन में शामिल होना चाहिए ताकि मन को शांति व आत्मीय सुख प्राप्त हो सके। उन्होने कहा कि सत्संग के द्वारा संतों के शरण में आकर मनुष्य को ईश्वर तक पहुंचने का अवसर प्राप्त होता है। इसलिए मनुष्य को सत्संग में शामिल होकर अध्यात्मीय लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संतो के दिखाये मार्ग पर चलकर सदगुरु महाराज की स्तुति करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है। इस मौके पर समिति अध्यक्ष अश्वनी नारंग, उपाध्यक्ष चिमन मित्तल, सचिव सुरेन्द्र गाड़ी, संरक्षक महावीर शर्मा, रत्तीराम शाक्य, विजय भूतना, श्रवण सहारण, साहबराम करड़वाल, सुरेश कुमार जेके, दीपक नारंग, सुनील मिढढ़ा, नरेश बाघला, राजकुमार नागपाल, अनिल शर्मा,रामचन्द्र बाघला, महेश कुमार लकेश्वर, राकेश गांधी, प्रदीप कौशिक, मुकुल नानकानी, लोकेश शर्मा, राकेश जोशी, मैनेजर दौलतराम शाक्य व अन्य समिति सदस्य मौजूद थे।
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