भागवत कथा में कृष्ण लीलाओ का वर्णन

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हनुमानगढ़। शहर की सुख स्मृद्धि व खुशहाली की कामना को लेकर 7 मार्च से 14 मार्च तक आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन जंक्शनन कि नई धान मंडी स्थित दुर्गा मन्दिर में किया जा रहा है आज कि यजमान संदीप मितल व आत्माराम सिंगला थे, उन्हो ने आज कि पुजा करवाई । आज छटें दिन कथा वाचन नवल बिहारी शर्मा जी महाराज ने उपस्थित श्रदालुओं को गुरू की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि मनुष्य के जीवन में गुरू का स्थान सबसे ऊंचा है। मनुष्य को अगर गुरू का साथ नही मिले तो वह कभी भी ईश्वर को प्राप्त नही कर सकता। गुरू के प्रताप से ही मनुष्य में ज्ञान का संचार होता है। और जब तक मनुष्य को ज्ञान की प्राप्ती नही होती तब तक वह प्रभु की भक्ति नही कर सकता व मीरा भक्ति की कथा का वर्णन किया गया, इसलिए सभी को अपने गुरूओं का उचित आदर सम्मान करना चाहिए। आज कथा स्थल पर भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया व नन्दए उत्स व का आयोजन किया गया । महाराज जी द्वारा भगवान कृष्ण द्वारा पुतना वध एंव अन्य राक्षशी शक्तियों के वध का विस्तार से वाचन किया गया। कथा स्थल पर भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं पर सुन्दर-सुन्दर झंाकिया प्रदर्शित की गई। आयोजन समिति के सदस्य अमरनाथ सिंगला, गोपाल जिंदल व श्याम सुंदर झवर ने बताया कि कथा  प्रतिदिन दोपहर 2ः30 बजे से 5ः30 बजे तक कि जा रही है । इस आयोजन में संदीप मित्तल, अमरनाथ सिंगला, गोपाल जिंदल, राकेश सिंगला, सुरेन्द्र बलाड़िया, राजेश सिंगला, त्रिलोक चंद, मंगतराय जिंदल, रतनलाल गर्ग, रमन गर्ग,अनिल बंसल का विशेष सहयोग रहा।

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