रामलीला में बुधवार रात्रि को राजतिलक के प्रसंग का मंचन किया

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हनुमानगढ़ । श्री रामलीला समिति के तत्वाधान में मंचित की गई, रामलीला में बुधवार रात्रि को राजतिलक के प्रसंग का मंचन किया गया । आमंत्रित अतिथि सतीश बंसल ठेकेदार, अध्यक्ष अग्रोहा विकास ट्रस्ट इकाई हनुमानगढ़ टाउन ने से परिवार राम का राज्याभिषेक वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ किया । राज्याभिषेक के पश्चात अयोध्या में रंगीन आतिशबाजी का आयोजन किया गया । इस मौके पर रामलीला समिति द्वारा रामलीला में भाग लेने वाले पात्र,कलाकारों को सम्मान प्रतीक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया ।

इस मौके पर श्री रामलीला समिति के संरक्षक बालकृष्ण गोल्याण व अध्यक्ष अर्चित अग्रवाल ने शहर की सभी संस्थाओं, प्रबुद्व नागरिकों,जनता जनार्धन, पुलिस प्रशासन, नगर परिषद प्रशासन, पत्रकार बन्धुओं,सनातन श्री सनातन महावीर दल के स्वय सेवको, स्टेज मंच संचालक प्रहलाद गुप्ता,स्टेज व्यवस्था प्रभारी सुन्दर बंसल का धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके पश्चात रात्रि 11.15 बजे राम जी द्वारा 50 ग्राम चांदी के सिक्के का लकी ड्रा निकल गया । यह ड्रा कूपन संख्या 53, उज्जवल कुमार, इंदिरा कॉलोनी,हनुमानगढ़ टाउन को निकाला,विजेता को रामजी के हाथों सिक्का प्रदान किया गया।

इस लकी ड्रा के निर्णायक मंडल सदस्य श्री अमरनाथ सेवा समिति के सचिव इंद्रजीत चराया, गुड़ खंड व्यापार संघ के अध्यक्ष मुरारीलाल अरोड़ा व नगर परिषद के लेखाशाखा के अजय शर्मा थे, इस मौके पर रामलीला समिति के डायरेक्टर प्रेम रतन पारीक ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि रामलीला मंचन करते समय मर्यादा का पूर्ण ध्यान रखा गया फिर भी किसी प्रकार की कोई त्रुटि हो गई हो तो उसके लिए श्रमा प्रार्थी हैं उन्होंने कहा कि शहर की जनता द्वारा जो सहयोग रामलीला को मिला उसके बलबूते पर ही लगातार 63 वर्षों से इस रंगमंच पर रामलीला का मंचन किया जा रहा है,रामलीला समिति सचिव दिनेश तलवाड़ीया ने कहा आज से 63 वर्ष पूर्व हमारे पुर्वज स्व. श्री लिच्छी राम तलवाड़ीया ने इस रामलीला रूपी पौधा लगाया था.

जो आज वटवृ़़क्ष के रूप में फैल गया है, इस रामलीला स्टेज कि इतनी मान्यता है जो भी कुछ मांगो वह मिलता है, इस स्टेज पर दक्षिण मुखी बालाजी विराजते है,श्रदालु उस दिन अपनी मनोतीया मांगते है व जिनकि पूर्ण हो जाती है वे सवामणी चढाते है, इस स्टेज को मन्दिर कि तरह पुजा जाता है, तलवाड़ीया ने बताया आज तक तलवाड़ीया परिवार इस रामलीला से जोड़ा हुआ है, उन्होने इस स्टेज कि मान्यता के बारे में बताया कि पहली बार रामलीला समिति द्वारा चॉदी के सिक्के से देवी देवताओ के तिलक कि प्रक्रीया प्रारम्भ कि थी उस वर्ष यह सिक्का राज कुमार हिसारीया परीवार को निकला था जो उसी वर्ष राज कुमार हिसारीया नगर परिषद के सभापति बने,उसके बाद जिस किसी को यह भाग्यशाली सिक्का निकला है उसके घर अपार खुशी आई है, और जो रात को लक्की ड्रा उज्जवल कुमार को निकला है वह दो साल पहले सीता कि भूमिका इसी स्टेज पर करता था व हर दिपावली को इस स्टेज पर दीपक जलाकर जाता है,उसने बताया जब से इस स्टेज के साथ जोड़ा हू तब से मुझे किसी प्रकार कोई कमी नही आई, मै हमेशा इस स्टेज के साथ जोड़ा रहा हू आगे भी जोड़ा रहुगा । आज 15 दिवसीय रामलीला को सम्मापन विधिवत अगले साल तक के लिये किया गया ।

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