बाड़मेर: जनसंख्या वृद्धि के मामले में प्रदेश में सर्वाधिक प्रजनन दर 4.4 और दशकीय वृद्धि 32.52 रहने के बाद अब भी बाड़मेर जिले में नसबंदी की स्थिति कमजोर है। केवल नसबंदी के भरोसे रहने की बजाय अब डिम्पा इंजेक्शन (Depot medroxyprogesterone acetate) की आपूर्ति सरकारी संस्थानों में की जाएगी। यह इंजेक्शन महिला को तीन माह गर्भवती नहीं होने देगा। इसके बाद इंजेक्शन फिर लगाना पड़ेगा। इस तरह के इंजेक्शन की बाजार में कीमत 250 रुपए के करीब है। यह सरकारी अस्पतालों में 30 रुपए में ही मिलेगा।
गोली की गफलत से छुटकारा
गर्भ निरोधक के तौर पर अभी महिलाएं प्रतिदिन गोलियों का सेवन कर रही हैं। इन गोलियों में एक दिन की भी चूक होने नहीं होनी चाहिए। एेसे में महिलाओं को अक्सर इसको लेकर चिंता रहती है। डिम्पा इंजेक्शन एक बार लगने के बाद तीन माह बाद फिर से लगवाना होगा।
दर कम होने से रुकेगी आबादी
सरकार का मानना है कि 250 रुपए का इंजेक्शन होने से आर्थिक रूप से कमजोर परिवार इसको अपना नहीं रहे हैं। अब सरकारी चिकित्सा संस्थानों में 30 रुपए ही लगने और संस्थान पर ही इंजेक्शन लगने से इसको लेकर महिलाएं प्रेरित होंगी और सरकारी स्टाफ भी इसके लिए प्रेरित कर सकता है।
जिला- प्रजनन दर – जनसंख्या
भरतपुर – 3.1 25,48,462
बारां- 3.1 12,22,755
पाली- 3.1 20,37,573
सिरोही- 3.1 10,36,346
जैसलमेर- 3.1 6,69,919
राजमसमंद- 3.4 11,56,597
डूंगरपुर- 3.5 13,88,552
जालौर- 3.6 18,28,730
सवाई माधोपुर- 3.6 13,35,551
उदयपुर- 3.6 30,68,420
करौली- 3.7 14,58,248
बांसवाड़ा- 3.9 17,97,485
धौलपुर- 4.0 12,06,516
बाड़मेर- 4.4 26,03,751
यह कारगर होगा
आबादी नियंत्रण को नसबंदी के लक्ष्य हासिल नहीं होते है। गर्भ निरोधक गोलियों में लेने में भूल होने के बाद भी संकोच के कारण बाद में ध्यान नहीं दिया जाता है। इस इंजेक्शन को तीन माह में एक बार लगाने से साल में चार बार ही ध्यान रखना होगा। यह कारगर होगा।- डा. गणपतसिंह राठौड़, पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी