साइबर जागरूकता सेमिनार का सफल आयोजन

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हनुमानगढ़। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार साइबर शिल्ड अभियान के तहत आरसेटी (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) में साइबर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आमजन, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को डिजिटल दुनिया में बढ़ते साइबर अपराधों से सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करना था।
सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में पुलिस विभाग के अभियान प्रोग्रामर रिकंल गर्ग और हैड कांस्टेबल चिरजीलाल शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरसेटी की निदेशक बिंदु शंकर ने की। इस अवसर पर सेमिनार में बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया।
मुख्य वक्ता रिकंल गर्ग ने प्रतिभागियों को डिजिटल अपराधों और उनसे बचने के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने “एपीके फाइल स्कैम”, “डिजिटल एरेस्ट” और “फेक फोन कॉल्स” जैसे साइबर अपराधों की गहराई से जानकारी दी। गर्ग ने प्रतिभागियों को समझाया कि कैसे फर्जी ऐप्स और लिंक के जरिए धोखाधड़ी की जाती है और इनके जाल में फंसने से कैसे बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध की घटना होने पर तुरंत कार्रवाई करना आवश्यक है और इसके लिए सरकार द्वारा जारी टोलफ्री नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
हैड कांस्टेबल चिरजीलाल शर्मा ने साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले आधुनिक तरीकों के बारे में बताया और प्रतिभागियों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि मोबाइल और इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना क्यों जरूरी है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से कैसे बचा जा सकता है।
आरसेटी निदेशक बिंदु शंकर ने सेमिनार की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोग अक्सर साइबर अपराधियों के निशाने पर होते हैं क्योंकि वे डिजिटल तकनीक के बारे में पूरी जानकारी नहीं रखते। ऐसे में पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस तरह के जागरूकता अभियानों से उन्हें न केवल अपराधों से बचने की जानकारी मिलेगी, बल्कि वे अन्य लोगों को भी जागरूक कर सकेंगे।

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