हनुमानगढ़। हंसवाहिनी संगीत कला मंदिर द्वारा प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ की संगीत प्रयोगिक परीक्षा का आयोजन किया गया। हसंवाहिनी संगीत कला मंदिर के संचालक गुलशन अरोड़ा ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षा जयपुर से पधारे संगीत परीक्षक पंडित कुंदन मल शर्मा ने ली। प्रतियोगिता में हनुमानगढ़ के साथ साथ रावतसर, संगरिया, पीलीबंगा व नोहर सहित पूरे जिले के विद्यार्थियों ने भाग लेकर गायन, तबला, हारमोनियम व कत्थक नृत्य की परीक्षाएं दी। पंडित कुंदन मल शर्मा ने बच्चों को संगीत में निरंतरता के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि निरंतर रियाज ही आपको सफलता के शिखर पर ले जा सकता है इसलिए जरूरी है कि आप कभी भी अभ्यास को न छोड़े।
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