जाति व मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने में लापरवाही
शाहपुरा-जाति व मूलनिवास प्रमाण पत्र बनाने मामले को लेकर तहसील कार्यालय में एक कर्मी की हठधर्मिता से स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ सभी कियोस्क धारक परेशान है। छात्र एवं छात्राओं का आरोप था की प्रशासन की अनदेखी के कारण कर्मचारी के हौसले बुलंद है। इसकी शिकायत तहसीलदार रामकुंवार टाड़ा को करने पर भी समस्याओं का हल नही निकलने से सभी ई मित्र संचालक व आवेदनकर्ता विद्यार्थी परेशान है।
जानकारी के अनुसार आजकल विद्यालय प्रवेश के दौरान जाति व मूल निवास प्रमाण पत्र की महत्ती आवश्यकता होने से विद्यार्थी ई-मित्र संचालकों को आवेदन पत्र बनाने को देते है। संचालक ऑनलाईन इन आवेदनों को तहसील कार्यालय में प्रेषित करते है। कार्यालय में बैठने वाले एक कर्मी द्वारा इन आवेदनों पर एक-एक सप्ताह तक प्रमाण पत्र जारी नही करने से तहसील श्रेत्र के दूर दराज से किराया भाड़ा लगाकर शाहपुरा आने वाले छात्र एवं छात्राओं को खाली हाथ घरों को लौटना पड़ रहा है।
इस मामले में ई मित्र संचालको ने पंचदूत को बताया कि तहसील कार्यालय में बैठने वाले कर्मी की लापरवाही से प्रमाण पत्र जारी नही होने से कई विद्यार्थी परेशान हो रहे है। इनका आरोप था कि कई रसूकदार व मिलने वाले के आवेदनों को पास कर दिया जाता है। जबकि बाहर से आने वाले लोगों को कई चक्कर लगाने पड़ रहे है। प्रमाण पत्रों के जारी नही होने से कियोसक केन्द्रों पर कियोस्क धारकों के साथ लोग आये दिन झगड़े हो रहे है। इस मामले में कियोस्क धारकों द्वारा तहसीलदार को शिकायत करने पर भी समस्या का समाधान नही होने से ई मित्र संचालक एवं विद्यार्थी परेशान है। समस्त कियोस्क धारकों ने तहसीलदार से जाति व मूल निवास आवेदनों पर जांच करवा कर प्रमाण पत्र शीघ्र जारी करने की मांग की।
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